CBSE की 10वीं बोर्ड की परीक्षा रद्द, फिर कैसे और किस फॉर्मूले से दिया जाएगा स्टूडेंट को नंबर, जानिए
By विनीत कुमार | Published: April 14, 2021 03:39 PM2021-04-14T15:39:12+5:302021-04-14T15:41:58+5:30
CBSE ने 10वीं बोर्ड की परीक्षा को रद्द कर दिया है। साथ ही 12वीं की परीक्षा भी टाली गई है। कोरोना के कारण मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र आदि बोर्ड ने भी 10वीं और 12वीं की परीक्षा को फिलहाल टाल दिया है।
शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार को बड़ा फैसला लेते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 10वीं की परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला किया। कोरोना की वजह से पैदा हुई स्थिति को देखते हुए ये फैसला लिया गया। इसकी काफी दिनों से मांग कई छात्र और माता-पिता भी कर रहे थे।
आखिरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीबीएसई परीक्षा को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक के बाद 10वीं की परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया गया। साथ ही 12वीं की परीक्षा को भी कुछ दिनों के लिए टालने का फैसला हुआ।
CBSE 10 Board Exam: कैसे दिए जाएंगे छात्रों को नंबर
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि कक्षा 10वीं के स्टूडेंट को इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर अगली क्लास में यानी 11वीं में प्रोमोट किया जाएगा। ऐसे में अगर कोई छात्र उस असेसमेंट से संतुष्ट नहीं होता है तो वो अलग से परीक्षा के लिए बैठ सकता है।
हालांकि ये परीक्षा बाद में उस समय ली जाएगी जब कोरोना से पैदा हुए हालात कुछ बेहतर हो जाएं। वैसे, इंटरनल एसेसमेंट में नंबर देने का क्राइटेरिया क्या होगा, इस बारे में अगले कुछ दिनों में सीबीएसई बोर्ड की ओर से तय कर लिया जाएगा।
Students of Class 10 to be promoted on basis of internal assessment. If a student is not satisfied with the assessment then he/she can appear for the examination once the situation (#COVID19) is normal: Union Education Minister Ramesh Pokhriyal Nishank to ANI pic.twitter.com/B8okmzZowe
— ANI (@ANI) April 14, 2021
वहीं, 12वीं के छात्रों के लिए अभी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। 12वीं की बोर्ड की परीक्षा के लिए स्थिति का आकलन एक जून को किया जाएगा और फिर इसके बाद नए तारीखों की घोषणा की जा सकती है। सीबीएसई की ओर से बताया गया है कि तारीखों की घोषणा परीक्षा शुरू होने से कम से कम 15 दिन पहले जरूर की जाएगी।
इससे पहले सीबीएसआई बोर्ड की परीक्षा मई के पहले हफ्ते में शुरू होनी थी। हालांकि इसे लेकर कई राजनीतिक दल, छात्र और माता-पिता रद्द करने की मांग कर रहे थे। देश भर में लाखों छात्र सीबीएसई बोर्ड के तहत 10वीं और 12वीं की परीक्षा हर साल देते हैं।