सीबीएसई 12वीं बोर्ड की परीक्षा रद्द, पीएम मोदी की बैठक में फैसला, जानें प्रधानमंत्री ने छात्रों के लिए क्या कहा...
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: June 1, 2021 09:10 PM2021-06-01T21:10:40+5:302021-06-01T21:18:42+5:30
कोरोना महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर केंद सरकार ने मंगलवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया।
नई दिल्लीः कोरोना महामारी को देखते हुए 10वीं के बाद अब सरकार ने सीबीएसई के 12वीं की परीक्षा भी रद्द कर दिया। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया।
बैठक के दौरान पीएम ने कहा कि अभी छात्रों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता में है। ऐसे माहौल में उन्हें परीक्षा का तनाव देना ठीक नहीं है। हम उनकी जान खतरे में नहीं डाल सकते। उन्होंने कहा कि 12वीं का रिजल्ट तय समयसीमा के भीतर और तार्किक आधार पर तैयार किया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि परीक्षा को लेकर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों की उत्सुकता को समाप्त किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे तनाव भरे माहौल में छात्रों को परीक्षा में शामिल होने को लेकर दबाव नहीं डाला जाना चाहिए।
केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट से मांगा था 2 दिन का वक्त
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को CBSE और ICSE बोर्ड की परीक्षा को लेकर सुनवाई हुई थी। इस दौरान केंद्र सरकार ने कहा था कि वह गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में अपना प्लान पेश करेगा। जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने अपनी बात रखते हुए कहा था कि आप जो भी निर्णय लेंगे, उसके पीछे आपको मजबूत दलील देनी होगी। जस्टिस खानविलकर ने कहा था कि छात्रों को बहुत उम्मीद थी कि इस साल भी पिछले साल की तरह परीक्षा नहीं होगी और नंबरिंग के लिए मेथड सिस्टम अपनाया जाएगा।
कौन-कौन शामिल थे बैठक में
इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव, कैबिनेट सचिव और शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में भी हुई थी बैठक
गौरतलब है कि शिक्षा मंत्रालय ने हाल में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में राज्यों एवं विभिन्न पक्षकारों के साथ व्यापक विचार विमर्श किया था। जिसमें केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, प्रकाश जावडे़कर, स्मृति ईरानी आदि ने हिस्सा लिया था । केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने विभिन्न राज्यों एवं अन्य पक्षकारों से परीक्षा को लेकर सुझाव मांगा था।
वहीं इससे पहले, प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कोरोना वायरस महामारी फैलने के कारण 14 अप्रैल को 10वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने और 12वीं बोर्ड परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की गई थी।
अरविंद केजरीवाल ने भी की थी एग्जाम रद्द करने की मांग
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी नहीं चाहते थे कि ऐसे समय में 12 वीं की परीक्षा करायी जाय। हाल ही में उन्होंने 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि पिछली परफॉर्मेंस के आधार पर छात्रों का आकलन किया जाए। उन्होंने कहा था कि परीक्षा को लेकर पेरेंट्स परेशान हैं। वे नहीं चाहते हैं कि बिना वैक्सीनेशन परीक्षा करायी जाय। केजरीवाल ने परीक्षा का रद्द होना छात्रों के हित में लिया गया फैसला बताया है।