CBSE 12th Practical Exam 2021 Date: सीबीएसई ने 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा की तारीखें जारी की, जानें इस बारे में सबकुछ
By विनीत कुमार | Published: November 22, 2020 01:40 PM2020-11-22T13:40:47+5:302020-11-22T13:44:55+5:30
सीबीएसई ने 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए तारीखों की घोषणा की है। साथ ही कुछ नए एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) को लेकर भी सूचना जारी की है।
CBSE 12th Practical Exam 2021 Date sheet: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने सत्र 2020-21 के लिए कक्षा 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए संभावित तारीखें जारी कर दी हैं। जारी नोटिफिकेशन के अनुसार प्रैक्टिकल परीक्षा 1 जनवरी से 8 फरवरी के बीच आयोजित कराई जाएगी।
छात्र प्रैक्टिकल परीक्षा की तारीख आधिकारिक वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं। हालांकि, CBSE ने साफ किया कहा है घोषित तिथि संभावित है। बोर्ड के अनुसार सही तिथि की जानकारी बाद में दी जाएगी।
बोर्ड ने प्रैक्टिकल परीक्षा की तिथि के साथ ही परीक्षा को लेकर एक एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) भी जारी कर दी है। बोर्ड के अनुसार परीक्षा के लिए स्कूलों को अलग-अलग तारीखें भेजी जाएंगी। बोर्ड साथ ही एक पर्यवेक्षक भी नियुक्त करेगा जो प्रैक्टिकल परीक्षा और प्रोजेक्ट मूल्यांकन का निरीक्षण करेगा।
इससे पहले शुक्रवार को बोर्ड के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने साफ किया था कि बोर्ड की परीक्षा जरूर होगी और जल्द ही इसे लेकर तारीखों की घोषणा भी कर दी जाएगी।
बोर्ड ने बताया है कि सभी स्कूलों को विशेष ऐप लिंक उपलब्ध कराया जाएगा, जिस पर मार्क्स अपलोड करने होंगे। साथ ही प्रैक्टिकल परीक्षा के समय की स्टूडेंट्स के हर बैच की ग्रुप फोटो भी स्कूल को अपलोड करनी होगी। ग्रुप फोटो में प्रैक्टिकल देने वाले बैच के सभी छात्र-छात्राएं, एक्सटर्नल एग्जामिनर, इंटर्नल एग्जामिनर और ऑब्जर्वर शामिल होंगे। ये भी निर्देश दिए गए हैं कि फोटो में सभी के चेहरे स्पष्ट दिखने चाहिए।
परीक्षा के समय को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं
सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने ये तो स्पष्ट किया है कि 2021 में बोर्ड की परीक्षा होगी लेकिन परीक्षा के प्रारूप और समय को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है। आम तौर पर सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा फरवरी-मार्च में आयोजित कराई जाती है।
त्रिपाठी ने नई शिक्षा नीति पर आयोजित एक वेबिनार में कहा था कि इस साल मार्च-अप्रैल के दौरान सभी घबराये हुए थे कि आगे कैसे बढ़ा जाए लेकिन इसके बावजूद विद्यालयों और शिक्षकों ने शानदार काम किया और नई प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के उद्देश्य से खुद में बदलाव किया और खुद को प्रशिक्षित किया।