मुकेश अंबानी को धमकी मामले में तिहाड़ जेल में बंद तहसीन अख्तर से पूछताछ के लिए पहुंची दिल्ली पुलिस
By भाषा | Published: March 13, 2021 03:18 PM2021-03-13T15:18:33+5:302021-03-13T16:03:01+5:30
Mukesh Ambani Bomb scare: तहसीन अख्तर को साल 2014 में गिरफ्तार किया गया था। उसके बैरक से मोबाइल मिला है। पुलिस को शक है कि उसी मोबाइल से टेलीग्राम चैनल बनाया गया था।
नयी दिल्ली: दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ की एक टीम तहसीन अख्तर से उसके बैरक में मोबाइल फोन मिलने के संबंध में पूछताछ के लिये शनिवार को तिहाड़ जेल पहुंची। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अख्तर को साल 2014 में प्रतिबंधित आतंकवादी समूह इंडियन मुजाहिदीन का नेतृत्व करने के लिये गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस को संदेह है कि उस मोबाइल फोन का इस्तेमाल एक टेलीग्राम चैनल बनाने के लिये किया गया। फिर उस चैनल का इस्तेमाल जैश-उल-हिंद नामक समूह ने 25 फरवरी को उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई में स्थित घर 'एंटीलिया' के बाहर से जिलेटिन की छड़ों से लदी एसयूवी खड़ी करने की जिम्मेदारी लेने के लिये किया।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विशेष प्रकोष्ठ की एक टीम तिहाड़ जेल में अख्तर के बैरक संख्या आठ से मोबाइल फोन मिलने के संबंध में उससे पूछताछ के लिये जेल में है।
उन्होंने कहा, ''हमने उससे पूछताछ के लिये अदालत से अनुमति ली है। आवश्यकता हुई तो उसके आधार पर हम अन्य कैदियों से भी पूछताछ कर सकते हैं।''
अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से लदी कार मिलने के मामले में नया मोड़ आने के बाद विशेष प्रकोष्ठ ने इस मामले के संबंध में बृहस्पतिवार को तिहाड़ जेल प्रशासन से संपर्क किया था।
बृहस्पतिवार को मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि था कि जैश-उल-हिंद ने जिस टेलीग्राम चैनल के जरिये इस मामले की जिम्मेदारी ली थी, उस चैनल को दिल्ली के ''तिहाड़ इलाके में बनाया'' गया था।
मुंबई पुलिस ने उस फोन की लोकेशन पता लगाने के लिये एक निजी साइबर एजेंसी की मदद ली थी, जिसके चलते चैनल बनाया गया। जांच के दौरान फोन की लोकेशन दिल्ली के तिहाड़ जेल के निकट मिली।
तिहाड़ जेल से मोबाइल फोन मिलने के संबंध में दिल्ली सरकार ने जेल महानिदेशक से रिपोर्ट मांगी है।
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