कोलकाता, 13 जनवरी कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में जान गंवाने वाले अग्रिम मोर्चे के कर्मियों की याद में और महामारी के दौरान लोगों की जिंदगी कैसे बदली, इस पर डॉक्टर कोलकाता में एक संग्रहालय बनाने का विचार कर रहे हैं।
पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स फोरम (डब्ल्यूबीडीएफ) के पदाधिकारी डॉ. राजीव पांडे ने बुधवार को बताया कि संग्रहालय में पीपीई किट, मास्क, ग्लव्स और सैनिटाइजर के अलावा वायरस के खिलाफ लड़ाई में उपयोगी बने सभी सामानों को प्रदर्शित किया जाएगा।
डॉ पांडे ने कहा कि एक प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है और अंतिम मंजूरी का इंतजार है। उन्होंने कहा, ‘‘सौ साल बाद इस तरह की महामारी आयी। हमारे दादा-दादी ने भी ऐसी चीजें नहीं देखी थी, जिसका सामना हम कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘संक्रमण के कारण राज्य में करीब 90 डॉक्टरों का साथ छूट गया। ये दौर भी बीत जाएगा। भविष्य की पीढ़ियों को इस बलिदान की याद दिलानी होगी। यही कारण है कि हम संग्रहालय बनाने पर विचार कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि वायरस के खिलाफ लड़ते हुए जान देने वाले लोगों की कहानी भी बतायी जाएगी। मरीजों को पहुंचाने में इस्तेमाल हुई एंबुलेंस भी प्रदर्शित की जाएगी। कोविड-19 से जान गंवाने वाले डॉक्टरों के लिए संग्रहालय में एक स्मारक होगा।
संग्रहालय का विचार देने वाले डॉ. अर्जुन दासगुप्ता ने कहा, ‘‘हम दस्तावेज तैयार करेंगे कि कैसे महामारी की शुरुआत हुई, कब टीका की शुरुआत हुई। महामारी के खिलाफ पूरी मानवता की लड़ाई को इसमें दिखाया जाएगा। दुनिया के अलग-अलग देशों ने इससे कैसे मुकाबला किया, यह भी बताया जाएगा।’’
पांडे ने कहा कि उपयुक्त जगह पर रियायती दर पर भूखंड उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार से अनुरोध किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि सरकार हमें भूखंड मुहैया कराए, बाकी हम इंतजाम कर लेंगे।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
Web Title: Campaign to tackle Kovid-19, plans to build museum in Kolkata on advance warriors
भारत से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करे