घर में झगड़ा कर पाकिस्तान से भारत आ पहुंचा, दो साल बाद भेजा गया
By भाषा | Published: January 14, 2020 08:04 PM2020-01-14T20:04:21+5:302020-01-14T20:04:21+5:30
वह पाकिस्तान के कसूर जिले में सरहद के पास स्थित वजीरपुर गांव का रहने वाला है। अधिकारियों ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कर्मियों ने बिलाल को पाकिस्तान रेंजर्स को सौंप दिया। बिलाल ने कहा कि परिवार के लोगों से झगड़े के बाद वह गुस्से में घर छोड़कर निकल गया था।
वर्ष 2018 में गलती से भारतीय क्षेत्र में आ गए 17 साल के एक पाकिस्तानी लड़के को मंगलवार को वापस पड़ोसी देश भेज दिया गया। पंजाब के होशियारपुर जिले में किशोर गृह से मंगलवार सुबह रिहा किए जाने के बाद मुबाशर बिलाल को अमृतसर में अटारी-वाघा सीमा पर ले जाया गया, जहां उसे पाकिस्तानी अधिकारियों के हवाले कर दिया गया।
वह पाकिस्तान के कसूर जिले में सरहद के पास स्थित वजीरपुर गांव का रहने वाला है। अधिकारियों ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कर्मियों ने बिलाल को पाकिस्तान रेंजर्स को सौंप दिया। बिलाल ने कहा कि परिवार के लोगों से झगड़े के बाद वह गुस्से में घर छोड़कर निकल गया था।
यहां करीब 20-22 महीने गुजारने वाले बिलाल ने कहा, ‘‘घर में कुछ झगड़ा हुआ था और मैं गुस्से में निकल गया। मुझे पता नहीं चला कि मैं भारत में घुस आया हूं। इसके बाद बीएसएफ कर्मियों ने मुझे पकड़ लिया।’’ अटारी पर संवाददाताओं से बात करते हुए बिलाल ने कहा कि वह खुश है कि वह एक बार फिर पाकिस्तान में अपने परिवार के पास जा रहा है।
अच्छे व्यवहार के लिए उसने भारतीय अधिकारियों की भी प्रशंसा की और कहा कि वह उनका शुक्रगुजार रहेगा। एक सवाल पर उसने कहा, ‘(पाकिस्तान में) मेरी मां, भाई और बहन है।’ क्या वह वीजा लेकर फिर भारत आना चाहेगा इस पर उसने कहा ‘बिल्कुल।’
मुबाशर बिलाल उर्फ मुबारक गलती से भारतीय क्षेत्र में आ गया था। उसे पंजाब के तरनतारन के खेमकरण गांव से पकड़ा गया था। बाद में उसपर विदेशी कानून और पासपोर्ट कानून के तहत आरोप लगाए गए। किशोर न्याय बोर्ड ने सितंबर 2018 में उसे सभी आरोपों से बरी कर दिया था। बिलाल गरीब परिवार से है। उसके पिता मोहम्मद अकबर पाकिस्तान में दिहाड़ी मजदूर हैं और बेटे के घर छोड़ने के बाद उसकी वापसी के लिए वह हर जगह फरियाद कर रहे थे।