कलकत्ता यूनिवर्सिटी में छात्रों ने जगदीप धनखड़ की कार को घेरा, 'राज्यपाल वापस जाओ' के लगाए नारे
By रामदीप मिश्रा | Published: January 28, 2020 01:37 PM2020-01-28T13:37:54+5:302020-01-28T13:38:31+5:30
मंगलवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ कलकत्ता यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए राजभवन से निकले थे। राज्यपाल जैसे ही यूनिवर्सिटी पहुंचे तो छात्रों ने नारेबाजी शुरू कर दी।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को मंगलवार (28 जनवरी) को कलकत्ता यूनिवर्सिटी के छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा है। छात्रों ने इस दौरान नारेबाजी भी की और 'राज्यपाल वापस जाओ' के नारे लगाए हैं। बता दें पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी और राज्यपाल के बीच आपसी तालमेल बन नहीं पा रहा है। दोनों ओर से लगातार आरोप-प्रत्यारोप का दौर खत्म नहीं होता है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ कलकत्ता यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए राजभवन से निकले थे। राज्यपाल जैसे ही यूनिवर्सिटी पहुंचे तो छात्रों ने नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान काफी संख्या में छात्र एकत्रित हो गए और उनकी कार को घेर लिया। छात्रों ने इस दौरान 'राज्यपाल वापस जाओ' के नारे लगाए।
West Bengal: Students at University of Calcutta block the car of Governor Jagdeep Dhankhar and raise slogans of 'Governor go back' against him. He has reached the university for the convocation ceremony there. pic.twitter.com/o23JHdHNzq
— ANI (@ANI) January 28, 2020
बता दें हाल ही में राज्यपाल जगदीप धनखड़ के होने वाली राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की बैठक में शामिल होने के लिए कोई भी राजभवन नहीं पहुंचा था। बैठक में आमंत्रित कुलपतियों में से एक ने कहा था कि उनकी कुछ अन्य प्रतिबद्धताएं थीं। प्रदेश में करीब 20 राज्य सरकार द्वारा संचालित विश्वविद्यालय हैं लेकिन किसी के भी कुलपति बैठक में नहीं पहुंचे थे।
इधर, राज्यपाल धनखड़ और प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच में आपसी झगड़ा साफ नजर आता है। राज्यपाल ने 25 जनवरी को केंद्र का विरोध करने पर ममता सरकार पर प्रहार किया था और कहा कि टकराव नहीं बल्कि तालमेल ही आगे का रास्ता है। अगस्त, 2019 से तृणमूल कांग्रेस सरकार के साथ टकराव में चल रहे धनखड़ ने कहा था कि संवैधानिक पदों पर आसीन व्यक्तियों को अपनी सीमा के अंदर ही रहकर काम करना चाहिए और उसकी अवमानना करने से लोकतंत्र को 'नुकसान पहुंचता है और उसकी छवि खराब होती' है।
उन्होंने लोगों से संविधान में उल्लिखित मौलिक कर्तव्यों को मानने और पालन करने तथा सहिष्णुता अपनाने की अपील की। उन्होंने राज्य के लोगों से व्यापार एवं उद्योग के क्षेत्र में राज्य का गौरव बहाल करने के लिए एक साथ मिलकर काम करने की अपील की थी।