राफेल डील पर CAG रिपोर्ट में मोदी सरकार को क्लीन चिट, यूपीए के मुकाबले सस्ते में हुआ सौदा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 13, 2019 12:04 PM2019-02-13T12:04:16+5:302019-02-13T12:04:16+5:30
राज्यसभा में पेश सीएजी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यूपीए की मुकाबले 2.86 प्रतिशत सस्ते में हुई राफेल डील। जानें रिपोर्ट की बड़ी बातें...
राफेल विमान सौदे पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट बुधवार को राज्यसभा में पेश की गई। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 126 एयरक्राफ्ट डील के मुकाबले 36 राफेल विमान सौदे में भारत ने 17.08 प्रतिशत पैसे बचाए हैं। सीएजी रिपोर्ट में मूल्यांकन करते समय कीमतों को गोपनीय रखा है। प्रतिस्पर्धी कंपनी से ये तुलना प्रतिशत में की गई है।
सीएजी रिपोर्ट आने के बाद अरुण जेटली ने राहुल गांधी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए सीएजी और सुप्रीम कोर्ट गलत और राजवंश सही है। मोदी सरकार के समय में 2016 में 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद का सौदा हुआ।
इससे पहले UPA के समय में 126 राफेल का सौदा हुआ था पर कई शर्तों पर आम राय नहीं बन सकी थी। सीएजी रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद राज्यसभा में विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया जिसके बाद राज्यसभा थोड़ी देर के लिए स्थगित करनी पड़ी।
सीएजी रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले 18 राफेल विमानों की डिलीवरी की समयसीमा भी पहले के 126 विमानों की तुलना में पांच महीने बेहतर है। रिपोर्ट में 2007 और 2015 की मूल्य बोलियां का तुलनात्मक विश्लेषण भी किया गया है।
इसमें लिखा है, 'आईएनटी द्वारा गणना किए गए संरेखित मूल्य 'यू 1' मिलियन यूरो था जबकि लेखापरीक्षा द्वारा आंकलित की गई संरेखित कीमत 'सीवी' मिलियन यूरो थी जो आईएनटी संरेखित लागत से लगभग 1.23 प्रतिशत कम थी। यह वह मूल्या था जिस पर 2015 में अनुबंध पर हस्ताक्षर किए जाने चाहिए ते यदि 2007 और 2015 की कीमतों को बराबर माना जाता। लेकिन इसके जगह 2016 में 'यू' मिलियन यूरो के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे जो लेखापरीक्षा के संरेखित कीमत से 2.86 प्रतिशत कम थी।'