CAA प्रदर्शन: कांग्रेस के विरोध पर बीजेपी ने दिलाई मनमोहन सिंह के बयान की याद, जानें 2003 में पूर्व पीएम ने क्या कहा था
By स्वाति सिंह | Published: December 19, 2019 12:28 PM2019-12-19T12:28:37+5:302019-12-19T12:28:37+5:30
गृह मंत्री अमित शाह भी बार-बार यही बात दोहरा रहे हैं। उन्होंने कहा 'कांग्रेस पार्टी को CAA का विरोध करने व इसपर देश भर में अफवाह और अशांति फैलाने से पहले, महात्मा गांधी जी, जवाहरलाल नेहरू, डॉ राजेंद्र प्रसाद, सरदार पटेल, 25 Nov 1947 कांग्रेस कार्यकारिणी का प्रस्ताव, मनमोहन सिंह जी और अशोक गहलोत के इन वक्तव्यों को अच्छे से सुनना और पढ़ना चाहिए।'
नागरिकता संसोधन कानून को लेकर जहां एक तरफ देशभर में विरोध प्रदर्शन चल रहा है। वही, दूसरी ओर विपक्ष भी लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोल रहा है। इसी बीच गुरुवार को बीजेपी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का एक वीडियो शेयर किया है।
यह विडियो साल 2003 का है जब डॉ मनमोहन सिंह राज्यसभा में विपक्ष के नेता थे। उस दौरान उन्होंने धार्मिक आधार पर प्रताड़ित अल्पसंख्यकों की मदद करने की बात कही थी। इस वीडियो को शेयर कर ते हुए बीजेपी ने लिखा '2003 में राज्यसभा में बोलते हुए तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष डॉ मनमोहन सिंह ने पड़ोसी देशों जैसे बांग्लादेश और पाकिस्तान में उत्पीड़न का सामना कर रहे अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के लिए एक उदार दृष्टिकोण की माँग की। नागरिकता संशोधन अधिनियम सिर्फ यही कर रहा है।'
In 2003, speaking in Rajya Sabha, Dr Manmohan Singh, then Leader of Opposition, asked for a liberal approach to granting citizenship to minorities, who are facing persecution, in neighbouring countries such as Bangladesh and Pakistan. Citizenship Amendment Act does just that... pic.twitter.com/7BOJJMdkKa
— BJP (@BJP4India) December 19, 2019
वहीं, गृह मंत्री अमित शाह भी बार-बार यही बात दोहरा रहे हैं। उन्होंने कहा 'कांग्रेस पार्टी को CAA का विरोध करने व इसपर देश भर में अफवाह और अशांति फैलाने से पहले, महात्मा गांधी जी, जवाहरलाल नेहरू, डॉ राजेंद्र प्रसाद, सरदार पटेल, 25 Nov 1947 कांग्रेस कार्यकारिणी का प्रस्ताव, मनमोहन सिंह जी और अशोक गहलोत के इन वक्तव्यों को अच्छे से सुनना और पढ़ना चाहिए।'
बता दें कि नागरिकता संसोधन कानून पर विरोध प्रदर्शन को लेकर गुरुवार को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में पुलिस ने इतिहासकार रामचंद्र गुहा को हिरासत में लिया है। इधर, दिल्ली में विरोध प्रदर्शन के दौरान स्वराज पार्टी के नेता योगेंद्र यादव को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया।
वहीं, दिल्ली पुलिस ने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन से पहले, लाल किले के आसपास सीआरपीसी की धारा 144 के तहत बृहस्पतिवार को निषेधाज्ञा लागू कर दी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि लाहौरी गेट, कश्मीरी गेट और कोतवाली पुलिस थाने इस निषेधाज्ञा आदेश के दायरे में आएंगे। पुलिस कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए लाल किले के आसपास विरोध प्रदर्शन की अनुमति देने से पहले ही इंकार कर चुकी है। लेकिन प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे विरोध रैली निकालेंगे।
संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शनों के मद्देनजर बृहस्पतिवार को दिल्ली के 14 मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। इससे पहले डीएमआरसी ने सात मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद रहने की जानकारी दी थी। ये मेट्रो स्टेशन लाल किला, जामा मस्जिद, चांदनी चौक, जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, जसोला विहार, शाहीन बाग और मुनीरका हैं।
इसके बाद डीएमआरसी के नए ट्वीट में कहा है, ‘‘ पटेल चौक, लोक कल्याण मार्ग, उद्योग भवन, आईटीओ, प्रगति मैदान और खान मार्केट मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद रहेंगे।’’ केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन के दरवाजे भी बंद हैं लेकिन यात्रियों के लिए ट्रेन बदलने की सुविधा उपलब्ध है।