CAA: बाबा रामदेव भड़के, कहा- कुछ ताकतें समाज को विभाजित करना चाहती हैं, किसी की नहीं छीनी जा सकती नागरिकता
By रामदीप मिश्रा | Published: January 24, 2020 01:44 PM2020-01-24T13:44:46+5:302020-01-24T13:49:42+5:30
सीएए का जोरदार समर्थन करते हुए रामदेव ने कहा था जिन लोगों को सीएए का फुल फॉर्म तक नहीं पता है, वे आज इस विषय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिये अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
योग गुरु बाबा रामदेव ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले लोगों के ऊपर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि कुछ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय ताकतें समाज में विभाजन पैदा करना चाहती हैं। रामदेव ने यह बातें शुक्रवार (24 जनवरी) को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कही हैं।
समाचार एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, योग गुरु रामदेव ने कहा, 'किसी से भी उनकी नागरिकता नहीं छीनी जा सकती। गलत सूचना फैलाई जा रही है कि मुसलमानों की नागरिकता सीएए के माध्यम से रद्द कर दी जाएगी। यह गलत है। कुछ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय ताकतें हैं जो समाज में विभाजन पैदा करना चाहती हैं।'
इससे पहले भी सीएए का जोरदार समर्थन करते हुए रामदेव ने कहा था जिन लोगों को सीएए का फुल फॉर्म तक नहीं पता है, वे आज इस विषय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिये अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री खुद कह चुके हैं कि यह कानून किसी व्यक्ति की नागरिकता छीनने के लिये नहीं, बल्कि नागरिकता देने के लिये बनाया गया है। फिर भी लोग आग लगाये जा रहे हैं।
Yog Guru Ramdev, in Delhi: No one can be stripped off their citizenship. Misinformation is being spread that citizenship of Muslims will be revoked through #CitizenshipAmendmentAct. It's wrong. There are some domestic & international forces that want to create division in society pic.twitter.com/DYDozMUekj
— ANI (@ANI) January 24, 2020
उन्होंने कहा था, 'कुछ लोग एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक पंजी) के नाम पर अराजकता फैला रहे हैं। वे "जिन्ना वाली आजादी" के नारे तक लगा रहे हैं। अब "जिन्ना वाली आजादी" का नारा कहां से आ गया? ऐसे विरोध प्रदर्शनों से देश और इसके संस्थानों की छवि खराब होती है।'
रामदेव ने यह दावा भी किया था कि भारत में दो से ढाई करोड़ लोग अवैध तौर पर रह रहे हैं। दुनिया के किसी भी देश को "डम्पिंग यार्ड" की तरह इस्तेमाल किये जाने की इजाजत नहीं दी जा सकती। भारत में एक भी अवैध नागरिक नहीं रहना चाहिये। अगर एनआरसी विरोधियों के पास इस प्रस्तावित प्रक्रिया का कोई विकल्प हो, तो वे बतायें।