CAA के समर्थन में उतरे राज ठाकरे, कहा- अवैध रूप से घुसे बाहरी लोगों को क्यों दें शरण
By रामदीप मिश्रा | Published: January 23, 2020 08:30 PM2020-01-23T20:30:15+5:302020-01-23T20:30:15+5:30
राज ठाकरे ने उपनगरीय गोरेगांव में पार्टी के अधिवेशन के दौरान नया झंडा जारी किया जिसमें बीच में ‘राजमुद्रा’ (शिवाजी महाराज के समय में इस्तेमाल होने वाली राजसी मुहर) है। इससे पहले पार्टी के झंडे में भगवा, नीला और हरा रंग था।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार को पार्टी का नया झंडा जारी किया जो भगवा रंग का है, जिससे राजनीतिक गलियारों में पार्टी की विचारधारा के संभावित बदलाव को लेकर चर्चा हो रही है। इस बीच मुंबई में देर शाम राज ठाकरे ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर कहा कि सीएए पर बहस हो सकती है, लेकिन हम किसी ऐसे व्यक्ति को शरण क्यों दें, जो अवैध रूप से बाहर से आया हो?
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, राज ठाकरे ने कहा, 'मैं कुछ मुद्दों पर राज्य के गृह मंत्री या मुख्यमंत्री से मिलूंगा। भारत के मुस्लिम मौलवी दूसरे देशों में जाते हैं, किसी को नहीं पता कि वे क्या करते हैं, यहां तक कि पुलिस भी वहां नहीं जा सकती। हम 9 फरवरी एक रैली करेंगे। यह रैली भारत में आए पाकिस्तान और बांग्लादेश से अवैध घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए होगी।'
Raj Thackeray, Maharashtra Navnirman Sena (MNS) chief, in Mumbai: We will take out a huge rally on 9th February to drive illegal infiltrators, from Pakistan and Bangladesh, out of India. https://t.co/EuQq9JQBf9
— ANI (@ANI) January 23, 2020
इससे पहले ठाकरे ने उपनगरीय गोरेगांव में पार्टी के अधिवेशन के दौरान नया झंडा जारी किया जिसमें बीच में ‘राजमुद्रा’ (शिवाजी महाराज के समय में इस्तेमाल होने वाली राजसी मुहर) है। इससे पहले पार्टी के झंडे में भगवा, नीला और हरा रंग था।
पार्टी का नया झंडा जारी करने से पहले मनसे प्रमुख ने अपने ताऊ और शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे को गुरुवार को उनकी 94वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
एमएनएस के अधिवेशन के शुरुआती सत्र में उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज, बी आर आंबेडकर और अपने दादा प्रबोधनकार ठाकरे के अलावा हिंदूवादी विचारक वी डी सावरकर को भी श्रद्धांजलि दी। राज ठाकरे ने शिवसेना से अलग होने के बाद 2006 में मनसे बनाई थी