CAA 2019: असम में डिब्रूगढ़ जिले के कुछ हिस्सों, गुवाहाटी में कर्फ्यू में ढील
By भाषा | Published: December 15, 2019 01:31 PM2019-12-15T13:31:20+5:302019-12-15T13:31:20+5:30
नागरिकता (संशोधन) विधेयक 2019 के संसद में पारित होने के बाद शहर और राज्य के अन्य हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष होने के कारण यहां कर्फ्यू लगा दिया गया था ।
संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों के मद्देनजर गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ जिले के कुछ हिस्सों में लगाए गए कर्फ्यू में रविवार को कुछ घंटों के लिए ढील दी गई। पुलिस अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। असम पर्यटन विभाग ने रेलवे के सहयोग से विशेष ट्रेनों का प्रबंध किया है ताकि राज्य के विभिन्न हिस्सों में फंसे यात्रियों को उनके गंतव्य तक ले जाया जा सके।
एक अधिकारी ने बताया कि गुवाहाटी में सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है। डिब्रूगढ़ पश्चिम के नहरकटिया और तेनुघाट क्षेत्रों में सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि कानून-व्यवस्था की समस्या के कारण छह उड़ान सेवाएं रद्द करनी पड़ी है, जिसमें भूटान के पारो जाने वाली उड़ान भी शामिल हैं।
कर्फ्यू में ढील के कारण दिसपुर, उजान बाजार, चांदमारी, सिलपुखुरी और जू रोड सहित कई स्थानों पर दुकानों के बाहर लंबी कतारें नजर आईं। ऑटो-रिक्शा और साइकिल-रिक्शा सड़कों पर चलते दिखाई दिए। पेट्रोल पम्प पर भी वाहनों की लंबी कतारें नजर आईं और पुलिस लोगों को इस ढील की जानकारी देने के लिए लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल कर रही है।
इस बीच, असम गण परिषद (एजीपी) की गुवाहाटी इकाई के सदस्यों ने अम्बारी में पार्टी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और पार्टी अध्यक्ष अतुल बोरा समेत तीन मंत्रियों के इस्तीफे की मांग की। संसद में एजीपी के सदस्यों ने इस विवादित विधेयक के समर्थन में मतदान किया था। छात्र संगठनों अखिल असम छात्र संघ (आसू)और असम जातीयताबादी युवा छात्र परिषद (एजेवाईसीपी) ने भी इस कानून के विरोध में राज्यभर में रैलियां निकालीं।
उल्लेखनीय है कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक 2019 के संसद में पारित होने के बाद शहर और राज्य के अन्य हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष होने के कारण यहां कर्फ्यू लगा दिया गया था ।