By-Election 2022: आसनसोल लोकसभा सीट, बालीगंज, खैरागढ़, बोचहां और कोल्हापुर उत्तर में 12 अप्रैल को उपचुनाव, जानें मतगणना कब
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 12, 2022 08:22 PM2022-03-12T20:22:05+5:302022-03-12T20:23:19+5:30
By-Election 2022: पश्चिम बंगाल में आसनसोल संसदीय सीट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बाबुल सुप्रियो के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी, जो तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
By-Election 2022: निर्वाचन आयोग ने शनिवार को कहा कि लोकसभा की एक सीट और चार राज्यों की चार विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव 12 अप्रैल को होंगे। इस साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के साथ, उपचुनाव भी निर्वाचक मंडल में रिक्त पदों को भरेंगे जो राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं। निर्वाचन आयोग के एक बयान के अनुसार मतगणना 16 अप्रैल को होगी।
पश्चिम बंगाल में आसनसोल संसदीय सीट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बाबुल सुप्रियो के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी, जो तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। पश्चिम बंगाल में बालीगंज, छत्तीसगढ़ के खैरागढ़, बिहार के बोचहां और महाराष्ट्र के कोल्हापुर उत्तर में भी उपचुनाव होंगे। पांचों उपचुनावों की अधिसूचना 17 मार्च को जारी की जाएगी।
भाजपा ने असम की माजुली विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीत दर्ज की
असम में माजुली विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार भुबन गाम ने विपक्षी दल असम जातीय परिषद (एजेपी) के उम्मीदवार चितरंजन बसुमतारी को 41,860 मतों से हरा दिया। इस तरह भाजपा ने इस सीट को बरकरार रखा। निर्वाचन कार्यालय के सूत्रों ने जानकारी दी।
गाम को 66,573 मत मिले जबकि बसुमतारी को 24,713 मत मिले हैं। एसयूसीआई-सी के भैती रिचोंग 2,254 मतों के साथ तीसरे स्थान पर हैं जबकि नोटा (उपरोक्त में से कोई नहीं) के लिए 1,620 मत पड़े। कांग्रेस ने उपचुनाव नहीं लड़ा और भाजपा विरोधी वोटों को विभाजित न करने के प्रयास में यह सीट एजेपी के लिए छोड़ दी थी। इस सीट पर सात मार्च को उपचुनाव हुआ था।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सत्तारूढ़ गठबंधन में विश्वास जताने के लिए माजुली के लोगों को धन्यवाद दिया। सरमा ने ट्वीट किया, ‘‘माजुली विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार भुबन गाम की बड़ी जीत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकास के एजेंडे और ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के उनके दृष्टिकोण में जनता के विश्वास को दर्शाती है।’’ केंद्रीय मंत्री और असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के इस्तीफा देने के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराने की आवश्यकता पड़ी। सोनोवाल पिछले साल 27 सितंबर को राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए थे।