बसपा के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की ऑडी कुर्क, प्रशासन ने कसे नकेल
By सतीश कुमार सिंह | Published: June 23, 2021 07:29 PM2021-06-23T19:29:41+5:302021-06-24T15:02:06+5:30
मुख्तार अंसारी की फर्जी कागजात के आधार पर पंजीकृत एंबुलेंस के इस्तेमाल के मामले में सोमवार को बाराबंकी की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पहली पेशी हुई थी।
गाजीपुरः मऊ से बसपा के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की ऑडी कार आज कुर्क हो गई। मऊ प्रशासन लगातर नकेल कस रहा है।
बुधवार को प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। मौके पर भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात रहा। दक्षिण टोला थाना पुलिस ने बीते दिनों मुख्तार के खिलाफ गैंगस्टर में मुकदमा दर्ज किया था। हाल ही में 24 करोड़ मूल्य की जमीन जब्त की गई थी।
सफेद रंग की ऑडी को कुर्क करते हुए इसकी कीमत 31 लाख आंकी गई है। इसके साथ ही उसकी अन्य संपत्तियों पर कार्रवाई का पुलिस ने होमवर्क शुरू कर दिया है। संपति की कीमत का संभावित आंकलन भी तैयार किया। पुलिस कार्रवाई के चलते परिवार के अन्य लोग नदारत रहे तो मुहल्ले वालों की कुर्की पर टकटकी लगी रही।
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— पंकज झा (@pankajjha_) June 23, 2021
मुख्तार अंसारी की फर्जी कागजात के आधार पर पंजीकृत एंबुलेंस के इस्तेमाल के मामले में सोमवार को बाराबंकी की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पहली पेशी हुई थी। अंसारी के अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि बसपा विधायक को अदालत में वर्चुअल माध्यम से पेश किया गया। सुनवाई के दौरान अंसारी ने कहा कि वह पिछले 16 वर्षों से जेल में हैं और उन्हें कहीं आना-जाना होता तो कोई लग्जरी बुलेट प्रूफ गाड़ी का इस्तेमाल करते, न कि एंबुलेंस का।
गौरतलब है कि जबरन वसूली के एक मामले में बसपा विधायक मुख्तार अंसारी को गत 31 मार्च को पंजाब के मोहाली स्थित अदालत में पेश किया गया था। अंसारी को जिस एम्बुलेंस से लाया गया था उस पर बाराबंकी की नंबर प्लेट लगी थी।
जब पुलिस ने जांच की तो पाया कि मऊ के श्याम संजीवनी हॉस्पिटल की संचालिका अलका राय तथा उनके कुछ सहयोगियों ने इस एम्बुलेंस का कथित फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पंजीकरण कराया है। इसके बाद बाराबंकी की नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया, जिसमें अंसारी को साजिश और जालसाजी का आरोपी बनाया गया था।
बाराबंकी पुलिस का कहना है कि डॉक्टर अलका राय, उनके सहयोगी डॉक्टर शेषनाथ राय, मुख्तार अंसारी, मुजाहिद, राजनाथ यादव और अन्य ने आपराधिक षड्यंत्र के तहत एंबुलेंस के पंजीकरण के लिए कूटरचित कागजात तैयार किए थे।