बहुजन समाज पार्टी ने किया नागरिकता संशोधन बिल का विरोध, कहा, 'मौजूदा स्वरूप स्वीकार नहीं, पुनर्विचार करे सरकार'
By अभिषेक पाण्डेय | Published: December 5, 2019 11:26 AM2019-12-05T11:26:26+5:302019-12-05T11:26:26+5:30
BSP: बहुजन समाज पार्टी ने नागरिकता संशोधन बिल के मौजूदा स्वरूप का विरोध करते हुए कहा है कि सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए
बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने नागरिकता संशोधन बिल के वर्तमान स्वरूप को अस्वीकार्य बताते हुए कहा कि इसे पुनर्विचार के लिए संसदीय समिति के पास भेजा जाना चाहिए। केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को इस बिल को संसद के वर्तमान सत्र में पेश होने को मंजूरी दी थी।
बसपा प्रमुख मायावती ने गुरुवार को इस बिल के वर्तमान स्वरूप पर आपत्ति जताते हुए कहा, 'पार्टी नागरिकता संशोधन बिल (सीएबी) के वर्तमान स्वरूप के खिलाफ है, सरकार को विधेयक के पहलुओं पर पुनर्विचार करना चाहिए और इसे संसदीय समिति के पास भेजा जाना चाहिए।'
BSP Chief Mayawati: Party is against the current form of the Citizenship Amendment Bill (CAB), govt should reconsider aspects of the Bill and it should be sent to parliamentary committee. pic.twitter.com/hbon3AS2bC
— ANI (@ANI) December 5, 2019
सरकार जल्द करेगी नागरिकता संशोधन बिल को संसद में पेश
केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद सरकार इस बिल को अगले कुछ दिनों में संसद में पेश कर सकती है। सरकार ने इस बिल को पिछले सत्र में भी पास कराने की कोशिश की थी, तब ये लोकसभा से तो पास हो गया था लेकिन बहुमत ने होने के कारण ये राज्यसभा में पास नहीं हो सका था।
नागरिकता संशोधन बिल का उद्देश्य बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से धार्मिक उत्पीड़न का शिकार होकर भागकर भारत आने वाले छह समुदायों-हिंदू, सिख, जैन बौद्ध, ईसाई और पारसी धर्म के लोगों को भारतीय नागरिकता का पात्र बनाना है।