मायावती का ट्वीट, उप्र में कानून-व्यवस्था बेहाल, जघन्य अपराधों की बाढ़ से जनता में त्राहि-त्राहि
By भाषा | Published: June 17, 2019 01:43 PM2019-06-17T13:43:03+5:302019-06-17T13:43:03+5:30
मायावती ने उत्तर प्रदेश में बिजली की क़ीमत बढ़ाये जाने और इसके दायरे में कम आय वर्ग के लोगों को भी शामिल किए जाने की निंदा की। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, “उप्र की त्रस्त जनता और बीपीएल परिवारों पर भी बिजली की दरों में भारी वृद्धि करके उन्हें तेज झटका देने की सरकार की तैयारी घोर निन्दनीय है।”
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश में क़ानून व्यवस्था की लगातार बिगड़ती स्थिति पर और बिजली की दरों में बढ़ोतरी के दायरे में निम्न आय वर्ग के लोगों को शामिल किए जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि राज्य की जनता त्रस्त है।
मायावती ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, “उप्र में अपराध नियंत्रण और कानून-व्यवस्था की बिगड़ी स्थिति के साथ-साथ सर्वसमाज की बहन- बेटियों की जान एवं इज्जत-आबरू के सम्बंध में अराजकता जैसी स्थिति अति-दुःखद और अति-चिन्ता का विषय है।” उन्होंने कहा, “सरकारी दावों के विपरीत पूरे प्रदेश में हर प्रकार के जघन्य अपराधों की बाढ़ से जनता में त्राहि-त्राहि।”
यूपी में अपराध नियंत्रण व कानून-व्यवस्था की बिगड़ी स्थिति के साथ-साथ सर्वसमाज की बहन- बेटियों की जान व इज्जत-आबरू के सम्बंध में अराजकता जैसी स्थिति अति-दुःखद व अति-चिन्ता का विषय। सरकारी दावों के विपरीत पूरे प्रदेश में हर प्रकार के जघन्य अपराधों की बाढ़ से जनता में त्राहि-त्राहि।
— Mayawati (@Mayawati) June 17, 2019
मायावती ने उत्तर प्रदेश में बिजली की क़ीमत बढ़ाये जाने और इसके दायरे में कम आय वर्ग के लोगों को भी शामिल किए जाने की निंदा की। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, “उप्र की त्रस्त जनता और बीपीएल परिवारों पर भी बिजली की दरों में भारी वृद्धि करके उन्हें तेज झटका देने की सरकार की तैयारी घोर निन्दनीय है।”
यूपी की त्रस्त जनता व बीपीएल परिवारों पर भी बिजली की दरों में भारी वृद्धि करके उन्हें तेज झटका देने की सरकारी तैयारी घोर निन्दनीय। लोकसभा चुनाव के बाद क्या बीजेपी सरकार इसी रूप में यूपी की 20 करोड़ जनता को आघात पहुँचाएगी? यह वृद्धि सौभाग्य को दुर्भाग्य योजना में नहीं बदल देगी?
— Mayawati (@Mayawati) June 17, 2019
मायावती ने राज्य सरकार से पूछा, “ लोकसभा चुनाव के बाद क्या भाजपा सरकार इसी रूप में उप्र की 20 करोड़ जनता को आघात पहुँचाएगी? क्या यह वृद्धि सौभाग्य को दुर्भाग्य योजना में नहीं बदल देगी?”