ब्रिटेन की वैक्सीन नीति को भेदभावकारी बताते हुए भारत ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 21, 2021 04:41 PM2021-09-21T16:41:28+5:302021-09-21T16:41:28+5:30
नई दिल्ली में एक प्रेस वार्ता में विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने कहा कि कोविशील्ड को मान्यता न देना एक भेदभावपूर्ण नीति है और ब्रिटेन की यात्रा करने वाले हमारे नागरिकों को प्रभावित करती है. विदेश मंत्री ने ब्रिटेन के नए विदेश सचिव के सामने इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया है. मुझे बताया गया है कि कुछ आश्वासन दिए गए हैं कि इस मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा.
नई दिल्ली: मंगलवार को भारत ने कहा कि कोविशील्ड को मान्यता न देने की ब्रिटिश सरकार की नीति भेदभावकारी है और अगर मामले का समाधान नहीं निकलता है तो भारत भी उचित जवाब देगा.
विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने कहा कि यह कदम ब्रिटेन की यात्रा करने वाले भारतीयों को प्रभावित करने वाला है,
नई दिल्ली में एक प्रेस वार्ता में श्रृंगला ने कहा कि कोविशील्ड को मान्यता न देना एक भेदभावपूर्ण नीति है और ब्रिटेन की यात्रा करने वाले हमारे नागरिकों को प्रभावित करती है. विदेश मंत्री ने ब्रिटेन के नए विदेश सचिव के सामने इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया है. मुझे बताया गया है कि कुछ आश्वासन दिए गए हैं कि इस मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा.
उनका बयान उस दिन आया है जब विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएजीए) के उच्च स्तरीय 76वें सत्र से इतर ब्रिटिश विदेश मंत्री लिज़ ट्रस के साथ इस मामले पर चर्चा करने के बारे में ट्वीट किया था.
https://twitter.com/ANI/status/1440252366444318723
जयशंकर ने ट्वीट कर कहा कि ब्रिटेन के नए विदेश मंत्री लिज़ ट्रस से मिलकर खुशी हुई. रोडमैप 2030 की प्रगति पर चर्चा की. व्यापार पक्ष में उनके योगदान की सराहना की. अफगानिस्तान और हिंद-प्रशांत के घटनाक्रम पर विचारों का आदान-प्रदान किया. आपसी हित में क्वारंटीन मुद्दे का शीघ्र समाधान करने का आग्रह किया.
https://twitter.com/DrSJaishankar/status/1440106479038566402
न्यूयॉर्क में यह बैठक ठीक उसी दिन हुई है जिस दिन ब्रिटेन ने अपनी नई कोविड संबंधी यात्रा प्रतिबंधों की घोषणा की और इसने भारतीयों की चिंता बढ़ा दी.
इन नए नियमों के अनुसार, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा निर्मित कोविशील्ड वैक्सीन की दोनों खुराक लेने वाले भारतीय यात्रियों को भी गैर-टीकाकृत माना जाएगा और उन्हें 10 दिन की होम क्वारंटीन में जाना होगा.
बता दें कि, कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और फार्मा दिग्गज एस्ट्राजेनेका के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित किया गया है.
इससे पहले कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इन्हीं कोविड यात्रा नियमों को अपमानजनक बताते हुए अपनी किताब की लॉन्चिंग और एक डिबेट में शामिल होने से इनकार कर दिया था.