Breaking News: लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र से आज 2 किलोमीटर पीछे हटेगी चीनी सेना
By स्वाति सिंह | Published: July 7, 2020 03:45 PM2020-07-07T15:45:06+5:302020-07-07T16:06:15+5:30
भारत और चीन के बीच जारी गतिरोध के बीच मंगलवार को सूत्रों ने बताया कि लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र से चीनी सेना द्वारा लगभग दो किलोमीटर पीछे हटने का काम आज पूरा हो जाएगा।
लद्दाख: पूर्वी-लद्दाख सीमा के हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र से चीनी सेना द्वारा 2 किलोमीटर पीछे हटने का काम आज पूरा कर लिया जाएगा। वहीं, गोरगा क्षेत्र से पीछे हटने का काम कल यानी बुधवार को पूरा होगा। हालांकि पैंगोंग इलाके को लेकर ऐसी कोई जानकारी फिलहाल नहीं है। जबकि क्षेत्र में सैनिकों के पीछे हटने का पहला संकेत कल मिला है। बता दें कि भारतीय और चीनी सेना के बीच पिछले सात हफ्तों से पूर्वी लद्दाख के कई इलाकों में गतिरोध जारी है।
सोमवार को सूत्रों ने बताया था कि चीन की सेना गलवान घाटी के कुछ हिस्सों से तंबू हटाते और पीछे हटती दिखी है। सूत्रों ने कहा कि दोनों पक्षों के कोर कमांडरों के बीच हुए समझौते के तहत चीनी सैनिकों ने पीछे हटना शुरू किया है। सूत्रों ने कहा था कि गोगरा हॉट स्प्रिंग इलाके में भी चीनी सैनिकों के वाहनों की इसी तरह की गतिविधि देखी गई ।
चीनी सैनिकों ने 6 जुलाई को गलवान घाटी से अपने सैनिकों को हटाए पीछे
तनाव कम होने के पहले संकेत के रूप में चीनी सेना ने सोमवार को पूर्वी लद्दाख में कुछ इलाकों से अपनी सीमित वापसी शुरू कर दी। इससे एक दिन पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने टेलीफोन पर बात की जिसमें वे वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से सैनिकों के ‘‘तेजी से’’ पीछे हटने की प्रक्रिया को पूरा करने पर सहमत हुए।
NSA अजीत डोभाल ने चीनी विदेश मंत्री से की बातचीत
विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि डोभाल और वांग के बीच रविवार को हुई वार्ता में इस बात पर सहमति बनी कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति एवं स्थिरता की पूर्ण बहाली के लिए ‘‘जल्द से जल्द’’ सैनिकों का ‘‘पूरी तरह पीछे हटना’’ आवश्यक है तथा दोनों पक्षों को मतभेदों को विवाद में तब्दील नहीं होने देना चाहिए। डोभाल और वांग दोनों देशों के बीच सीमा वार्ता से संबंधित विशेष प्रतिनिधि हैं। सरकारी सूत्रों ने कहा कि चीनी सैनिकों ने सोमवार को गलवान घाटी से अपने तंबुओं को हटा लिया और वे गलवान घाटी में गश्ती बिन्दु ‘प्वाइंट 14’ के आसपास से 1.5 किलोमीटर तक पीछे चले गए हैं। उन्होंने कहा कि गोग्रा हॉट स्प्रिंग में भी चीनी सैनिक और वाहन पीछे हटते दिखाई दिए।
15 जून को हुई थी हिंसक झड़प
स्थिति तब बिगड़ गई जब 15 जून को गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए। झड़प में चीनी सेना को भी काफी नुकसान होने की खबर है हालांकि उसने अब तक इसका ब्योरा साझा नहीं किया है। इस घटना के बाद दोनों देशों ने एलएसी से लगते अधिकतर क्षेत्रों में अपनी-अपनी सेनाओं की तैनाती और मजबूत कर दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को लद्दाख का अचानक दौरा किया था। वहां उन्होंने सैनिकों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा था कि विस्तारवाद के दिन अब लद गए हैं। इतिहास गवाह है कि ‘‘विस्तारवादी’’ ताकतें मिट गई हैं। उनके इस संबोधन को चीन के लिए यह स्पष्ट संदेश माना गया था कि भारत पीछे नहीं हटने वाला है और वह स्थिति से सख्ती से निपटेगा।