जम्मू-कश्मीर: ऑनलाइन क्लास के लिए न फोन था न बिजली, फिर भी 98 प्रतिशत अंक लाकर बना जिला टॉपर, डॉक्टर बनने की है तमन्ना
By दीप्ती कुमारी | Published: July 4, 2021 03:12 PM2021-07-04T15:12:34+5:302021-07-04T22:02:05+5:30
जम्मू-कश्मीर के अमरोह गांव के रहने वाले मनदीप सिंह ने दसवीं राज्य बोर्ड परीक्षा में 98 प्रतिशत अंक लाकर पूरे जिले में टॉप किया है। उन्होंने कहा कि वे आगे डॉक्टर बनना चाहते है और सरकार से अनुरोध किया कि वह बच्चों को अपने सपने पूरे करने में मदद करें।
नई दिल्ली: कहते हैं अगर आपके हौसले बुलंद हो तो तमाम कठिनाईयां भी आपको रोक नहीं पाती । ऐसी ही कुछ जम्मू कश्मीर के उधमपुर के मनदीप सिंह के साथ हुआ है। मनदीप ने राज्य शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित कक्षा दसवीं में 98.06 प्रतिशत अंकों के साथ अपने जिले में टॉप किया है। यहां तक पहुंचने के लिए उन्हें तमाम बाधाओं का सामना करना पड़ा।
मनदीप ने कहा कि पिछले साल लॉकडाउन के कारण वह स्कूल नहीं जा सके और ऑनलाइन कक्षाओं के लिए उनके पास फोन या कंप्यूटर नहीं था और न ही गांव में पर्याप्त बिजली की व्यवस्था थी लेकिन फिर भी पूरी लगन और अपने परिवार के सदस्य और शिक्षकों की मदद से उन्होंने न केवल अच्छी पढ़ाई की बल्कि परीक्षा में टॉप भी किया।
पिता किसान, खुद भी करना पड़ा खेतों में काम
मनदीप जम्मू कश्मीर के अमरोह गांव का रहने वाला है । उनके पिता श्याम सिंह एक किसान है और कभी-कभी मनदीप को भी पिता की मदद के लिए खेतों में जाना पड़ता है । वही उनकी मां संध्या देवी गृहणी है । मनदीप आगे पढ़ाई करके डॉक्टर बनना चाहता है । छात्र ने कहा कि मैं पढ़ाई के अलावा में खेतों में भी काम करता हूं और घर के कामों में भी अपने माता पिता की मदद करता हूं । उन्होंने कहा कि वह सरकारी हाई स्कूल में अपने शिक्षकों के आभारी हैं, जिन्होंने उसे पढ़ने के लिए किताबें दी।
इसके अलावा मनदीप ने बताया उन्हें सबसे अधिक मदद उनके बड़े भाई से मिली, जो जम्मू स्थित शेर -ए- कश्मीर कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में पढ़ाई करता था लेकिन कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण घर लौट आया था । किशोर ने कहा कि वह अब नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंटरेंस टेस्ट(नीट) पास करना चाहता है ताकि वह मेडिसिन की पढ़ाई कर सकें ।
"After 10th, I want to clear NEET and become a doctor. I request the govt to keep supporting poor students and help them in achieving their dreams. Besides studies, I also work in the field and help my parents in household chores," adds Mandeep pic.twitter.com/bNCyqkIHg2
— ANI (@ANI) July 4, 2021
छात्र ने यह भी कहा कि सरकार ने दूरदराज के क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बहुत सारी पहल की है और साथ ही उसने सरकार से अनुरोध भी किया कि वह गरीब छात्रों का समर्थन करते रहें और उनके सपनों को पूरा करने में उनकी मदद करें।
अपने दोस्तों के बारे में बात करते हुए मनदीप ने कहा कि मेरे दोस्तों को लॉकडाउन में पढ़ाई करने में काफी दिक्कत हो रही थी, जिसकी वह हमेशा शिकायत करते थे, जो एक सही बात है । हालांकि मैंने समस्याओं के बारे में सोचने की वजह अध्ययन पर ध्यान केंद्रित किया और वास्तव में कड़ी मेहनत की ।