मंगलुरु हवाईअड्डे पर रखा बम, संदिग्ध के परिवार का दावा- दो साल से संपर्क नहीं
By भाषा | Published: January 22, 2020 07:41 PM2020-01-22T19:41:43+5:302020-01-22T19:41:43+5:30
यह दावा उसके भाई अक्षत ने बुधवार को किया। शहर के चिलिम्बी स्थित आवास पर पत्रकारों से बातचीत में अक्षत ने कहा कि पिता और परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा कई बार समझाए जाने के बावजूद आदित्य ने अपना रास्ता नहीं बदला।
मंगलुरु हवाई अड्डे पर बम रखने के मामले में संदिग्ध आदित्य राव की बम रखने की फर्जी सूचना देने सहित गतिविधियों से परेशान होकर परिवार ने दो साल पहले ही उससे नाता तोड़ लिया था।
यह दावा उसके भाई अक्षत ने बुधवार को किया। शहर के चिलिम्बी स्थित आवास पर पत्रकारों से बातचीत में अक्षत ने कहा कि पिता और परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा कई बार समझाए जाने के बावजूद आदित्य ने अपना रास्ता नहीं बदला।
उन्होंने कहा, ‘‘ इसलिए हमने उसे परिवार से निकाल दिया और दो साल से कोई संपर्क नहीं किया है।’’ अक्षत ने कहा कि परिवार को उसकी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है और वे इस घटना के बाद से डर के साए में रह रहे हैं। आदित्य का परिवार छह महीने पहले मंगलुरु आया था और किराए के मकान में रहा है।
सरकारी बैंक में कार्यरत अक्षत ने बताया कि परिवार ने आखिरी बार आदित्य से तब संपर्क किया था जब उनकी मां की मौत हुई थी। उनके मुताबिक जब मां के देहांत की सूचना दी गई तब वह चिकबल्लापुर की जेल में था लेकिन जेल प्रशासन की ओर से अंतिम संस्कार में भेजने की अनुमति देने की मंश जताने के बावजूद वह नहीं आया।
अक्षत ने कहा कि मीडिया के जरिये उन्हें पता चला कि उसका भाई मंगलुरु में काम करता है। उल्लेखनीय है कि 2018 में बेंगलुरु हवाई अड्डे पर बम रखने की झूठी खबर देने के आरोप में आदित्य को गिरफ्तार किया गया था और उसे छह महीने की जेल हुई थी।
आदित्य का नाम दोबारा सामने तब आया जब सोमवार को मंगलुरु हवाई अड्डे के निकास द्वार स्थित टिकट काउंटर पर जिंदा बम मिला जिसे बाद में नजदीक के मैदान में निष्क्रिय किया गया। सूत्रों के मुताबिक आदित्य ने बुधवार को बेंगलुरु पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
IED recovered from a bag at Mangaluru airport on 20th January: Suspect Aditya Rao has surrendered before Bangaluru police. Mangaluru police's investigation team is flying to Bengaluru to question him. #Karnatakapic.twitter.com/BTMnBbzhxJ
— ANI (@ANI) January 22, 2020
मेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर विस्फोटक लगाने के संदिग्ध 36 वर्षीय व्यक्ति ने बुधवार को यहां पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध यहां डीजीपी और आईजीपी कार्यालय आया, जहां उसे पूछताछ और मेडिकल जांच के लिए हिरासत में ले लिया गया। उन्होंने बताया कि संदिग्ध की पहचान मणिपाल निवासी आदित्य राव के रूप में की गई है। वह उस शख्स की तरह लगता है जिसे मेंगलुरु हवाईअड्डे के सीसीटीवी कैमरे में कैद किया गया था।
सूत्रों ने बताया कि संदिग्ध ने हवाईअड्डे पर बम लगाने का जुर्म कबूल कर लिया है। इस बीच, मेंगलुरु पुलिस के अधिकारियों का एक दल संदिग्ध से पूछताछ करने के लिए शहर में पहुंच गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि राव को पूछताछ के लिए बेंगलुरु के हलसूर गेट पुलिस थाने ले जाया गया। वह इंजीनियरिंग में स्नातक और एमबीए डिग्रीधारक है। मंगलुरू शहर के पुलिस आयुक्त पी एस हर्षा ने ट्वीट किया कि जांच दल संदिग्ध से पूछताछ करेगा और फिर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
राव को 2018 में बेंगलुरु हवाईअड्डे को बम की झूठी खबर देने के लिए गिरफ्तार किया गया था और छह महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी। उन्होंने बताया कि उसने यह बदला लेने के लिए किया क्योंकि उसे बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सुरक्षा गार्ड की नौकरी के लिए कुछ दस्तावेज न होने के कारण मना कर दिया गया था।
राव नौकरी की तलाश में 2012 में बेंगलुरु आया था और उसने एक निजी बैंक में नौकरी की जहां से बाद में इस्तीफा दे दिया था। फिर वह मेंगलुरु चला गया जहां उसने छह महीने तक सुरक्षा गार्ड के तौर पर काम किया और फिर उडुपी में एक रसोइए के तौर पर काम किया।
सूत्रों ने बताया कि बाद में वह फिर बेंगलुरु लौटा और एक बीमा कंपनी में काम करने लगा। उसने वहां से नौकरी छोड़कर हवाईअड्डे पर सुरक्षाकर्मी बनने के लिए आवेदन दिया। गौरतलब है कि मेंगलुरु में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के प्रस्थान द्वार के टिकट काउंटर के समीप सोमवार को एक लावारिस बैग में विस्फोटक उपकरण मिला था जिसे बाद में खुले मैदान में निष्क्रिय कर दिया गया।
#WATCH The Improvised explosive device (IED) recovered from a bag at Mangaluru airport earlier today, defused in an open field. #Karnatakapic.twitter.com/46fho4SbFY
— ANI (@ANI) January 20, 2020