दिल्ली में निजी दुश्मनी को लेकर भाजपा कार्यकर्ता, उसके बेटे की हत्या के मामले में दो गिरफ्तार
By भाषा | Published: November 25, 2020 08:56 PM2020-11-25T20:56:47+5:302020-11-25T20:56:47+5:30
नयी दिल्ली, 25 नवंबर उत्तर-पूर्वी दिल्ली के नंदनगरी इलाके में निजी दुश्मनी को लेकर 50 वर्षीय एक व्यक्ति और उसके बेटे की हत्या किए जाने के मामले में बुधवार को दो भाइयों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
सोमवार को सुबह जुल्फिकार कुरैशी के सिर में गोली मारी गई और उसके 20 वर्षीय बेटे जाबाज पर धारदार हथियार से हमला किया गया था।
पुलिस ने बताया कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सुंदर नगरी के निवासी खालिद (31) और तारिक अली (30) को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि उसके भाई नासिर और उसके साथी को पकड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं।
दिल्ली भाजपा मीडिया प्रकोष्ठ के प्रमुख नवीन कुमार ने कहा कि कुरैशी पार्टी के कार्यकर्ता थे।
स्थानीय भाजपा नेताओं ने दावा किया है कि कुरैशी एक आरटीआई कार्यकर्ता थे और अवैध कबाड़ कारोबारियों का विरोध करते थे।
पुलिस के अनुसार, कुरैशी को नंदनगरी पुलिस थाने ने एक बदमाश व्यक्ति घोषित किया था और उसके बेटे को हाल ही में उसी पुलिस थाने में पंजीकृत, ऑटो चोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था।
यह घटना उस समय हुई जब कुरैशी अपने इलाके की एक मस्जिद में जा रहा था।
पुलिस ने बताया कि कुरैशी अपने घर से कुछ ही मीटर की दूरी तक गया था कि जब दो-तीन लोगों ने उसे कथित तौर पर रोका । इसके बाद उनके बीच हाथापाई हुई। हमलावरों में से एक ने उसे गोली मार दी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसके सिर में गोली मारी गई, जबकि उसके बेटे जबाज ने उसे बचाने की कोशिश की, तो उस पर भी तेज धारदार हथियार से हमला किया गया।
उन्होंने बताया कि दोनों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां कुरैशी को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, जबकि उसके बेटे की इलाज के दौरान मौत हो गई।
पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पूर्वी) वेद प्रकाश सूर्या ने कहा कि जांच के दौरान, यह सामने आया कि कुरैशी का नासिर और उसके परिवार के साथ पुराना व्यापारिक विवाद था, क्योंकि दोनों पक्ष कबाड़ की दुकान चलाते थे।
उन्होंने बताया, "जब जाबाज का इलाज चल रहा था, तब उसने हमलावरों के नाम का खुलासा किया और बाद में उनके कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स का विश्लेषण किया गया और स्थानों का पता लगाया गया। उनके प्रमुख ठिकानों पर छापे मारे गए और तारिक और खालिद को नंदनगरी से गिरफ्तार किया गया।"
पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने निजी दुश्मनी को लेकर कुरैशी को मार डाला।
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