भाजपा ने चुनाव में खर्च किए 27000 करोड़, कांग्रेस ने उठाये सवाल
By शीलेष शर्मा | Published: June 8, 2019 05:42 AM2019-06-08T05:42:35+5:302019-06-08T05:42:35+5:30
लोकसभा चुनाव में कुल जो खर्च हुआ उसकी 45 फीसदी रकम अकेले भाजपा ने अपने चुनाव अभियान पर खर्च की. इस रिपोर्ट की माने तो चुनाव का कुल खर्च लगभग 55 हजार करोड़ आंका गया है.
नई दिल्ली, 7 जून:लोकसभा चुनाव में 300 पार का नारा देकर जीती भारतीय जनता पार्टी ने 27000 करोड़ रुपया चुनाव में पानी की तरह बहा दिया. यह खुलासा सेंट्रर फॉर मीडिया स्टडीज के ताजा रिपोर्ट में किया गया है.
रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा किया गया है कि लोकसभा चुनाव में कुल जो खर्च हुआ उसकी 45 फीसदी रकम अकेले भाजपा ने अपने चुनाव अभियान पर खर्च की. इस रिपोर्ट की माने तो चुनाव का कुल खर्च लगभग 55 हजार करोड़ आंका गया है.
भाजपा ने 437 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए और प्रत्येक लोकसभा सीट पर 62 करोड़ रुपया का खर्चा किया. कांग्रेस ने इन आंकड़ों पर सवाल उठाते हुए पूछा कि आखिर इतनी रकम आई कहां से. पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जो खर्चा किया उससे 43 फीसदी भारत के स्वास्थ्य बजट की भरपाई हो सकती थी. दस फीसदी भरपाई रक्षा बजट की और 45 फीसदी मनरेगा में.
कांग्रेस ने नमामि गंगे पर सवाल उठाया और कहा कि मोदी सरकार ने पांच साल में गंगा सफाई के नाम पर 24 हजार करोड़ खर्च कर दिये. लेकिन क्या गंगा साफ हुई. इस सर्वे रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख है कि भाजपा ने प्रत्येक मतदाता पर 700 रुपये का खर्चा किया. जो लगभग 100 करोड़ प्रति संसदीय क्षेत्र आता है.
कांग्रेस का दावा था कि देश के दस से 12 फीसदी मतदाताओं ने यह स्वीकार किया कि उनको भाजपा की ओर से वोट डालने के लिए नगद राशि दी गयी. चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए अभिषेक सिंघवी ने पूछा कि चुनावी बॉन्ड पर पारदर्शिता लाई जाए क्योंकि वर्तमान में चुनाव बॉन्ड को लेकर जो व्यवस्था की गयी है उससे लगता है कि सत्तारुढ़ दल को लाभ पहुंचाने के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है.
कांग्रेस ने यह भी मांग उठाई कि तत्काल राष्ट्रीय चुनाव कोष की स्थापना हो जिसमें कोई भी व्यक्ति अपनी इच्छा अनुसार दान दे सके और चुनाव आयोग नियमों का निर्धारण कर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को समय का निर्धारण करें.