भाजपा-शिवसेना की राह अलग-अलग, 2022 के मुंबई नगर निकाय चुनाव BJP अकेले लड़ेगी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 9, 2019 02:54 PM2019-12-09T14:54:24+5:302019-12-09T14:54:24+5:30
भाजपा ने 2017 में हुए बीएमसी चुनावों में 227 में से 82 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि शिवसेना को 86 सीटें हासिल हुई थीं। बाद में मनसे के छह पार्षद शिवसेना में शामिल हो गए थे जिससे बीएमसी में उसकी संख्या 92 हो गई। कांग्रेस और राकांपा के क्रमश: 30 और नौ पार्षद हैं।
शिवसेना द्वारा भाजपा के साथ संबंध समाप्त करने के कुछ दिनों बाद भारतीय जनता पार्टी ने निर्णय किया कि 2022 के मुंबई नगर निकाय चुनाव वह अकेले लड़ेगी।
देश के सबसे धनी नगर निकाय पर शिवसेना का पिछले 30 वर्षों से नियंत्रण है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा, ‘‘भाजपा ने आगामी बीएमसी चुनाव अपने दम पर लड़ने और सत्ता में आने का निर्णय किया है। निश्चित तौर पर हमारा खुद का महापौर होगा।
अगले वर्ष एक जनवरी तक भाजपा राज्य अध्यक्ष सहित पार्टी स्तर पर सभी नियुक्तियां कर लेगी।’’ वर्तमान में शिवसेना के किशोरी पेडनेकर मुंबई के महापौर हैं। पाटिल ने राज्य भाजपा प्रमुख के तौर पर राव साहेब दानवे का स्थान लिया जब दानवे को इस वर्ष जून में नरेन्द्र मोदी कैबिनेट में शामिल कर लिया गया था।
भाजपा ने 2017 में हुए बीएमसी चुनावों में 227 में से 82 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि शिवसेना को 86 सीटें हासिल हुई थीं। बाद में मनसे के छह पार्षद शिवसेना में शामिल हो गए थे जिससे बीएमसी में उसकी संख्या 92 हो गई। कांग्रेस और राकांपा के क्रमश: 30 और नौ पार्षद हैं।