बिहार में गठबंधन की सरकार चला रही भाजपा को नहीं है बिहार पुलिस पर भरोसा, ले रही है केन्द्रीय अर्द्धसैनिकों की सुरक्षा
By एस पी सिन्हा | Published: June 20, 2022 05:08 PM2022-06-20T17:08:13+5:302022-06-20T17:16:35+5:30
अग्निपथ हिंसा में जल रहे बिहार में गठबंधन की सरकार चला रही भाजपा ने पार्टी कार्यालयों और नेताओं पर हो रहे हमले के मद्देनजर सुरक्षा के लिए केंद्रीय पुलिस की तैनाती कर दी है।
पटना:बिहार में गठबंधन की सरकार चला रही भाजपा को बिहार पुलिस पर भरोसा नहीं हो पा रहा है। शायद यही कारण है कि राज्य के 11 जिलों में भाजपा दफ्तरों की सुरक्षा में एसएसबी के जवानों को तैनात करना पड़ा है।
दरअसल, पिछले दिनों राज्य कुछ जिलों में भाजपा कार्यालयों और पार्टी नेताओं के घर हुए उपद्रव के बाद यह फैसला लेना पड़ा क्योंकि इस दौरान बिहार पुलिस केवल मूक दर्शक बनी रही। प्रत्येक कार्यालय में एक प्लाटून फोर्स की तैनात की गई है।
बताया जाता है कि एक प्लाटून में एसएसबी के करीब 30 जवान मौजूद रहेंगे। सुरक्षा को लेकर सुपौल, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा, दरभंगा, भागलपुर, नवगछिया, बांका, कटिहार, मधेपुरा और मोतिहारी में भाजपा के जिला कार्यालय में अर्द्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। दरअसल 'अग्निपथ' योजना के विरोध में उपद्रवियों द्वारा की गई हिंसा में कई भाजपा नेताओं घर और कार्यालयों को निशाना बनाया गया है।
आज भारत बंद का ऐलान था, ऐसे में उपद्रव के मद्देनजर राज्य के 11 जिलों में भाजपा कार्यालयों की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। उल्लेखनीय है कि अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक होने के बाद शुक्रवार को ही राज्य में अर्द्धसैनिक बलों की 10 कंपनियों की तैनाती के आदेश जारी हो गए थे।
इसके बाद कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसएसबी की पांच और कंपनियों को तैनात किया गया। अभी बिहार में 15 अर्द्धसैनिक बलों की टुकडियां तैनात हैं। भाजपा दफ्तरों की सुरक्षा में इनके अतिरिक्त जवान लगाये गये हैं।
बता दें कि बीते दिनों मधेपुरा और नवादा समेत तीन जिलों में प्रदर्शनकारियों ने जिला भाजपा कार्यालय को निशाना बनाया था। उपद्रवियों ने भाजपा दफ्तरों में तोड़फोड़ करके आगजनी की थी। इसके अलावा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के घर और उप मुख्यमंत्री रेणु देवी के घर पर भी हमला किया गया था।
संजय जायसवाल ने इसका ठीकरा नीतीश सरकार पर फोड़ा था और पुलिस-प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे। बिहार पुलिस की कार्यशैली को देखते हुए हाल ही में केंद्र सरकार ने बिहार के 10 प्रमुख भाजपा नेताओं को वाई श्रेणी की सुरक्षा भी दी है।