भाजपा के बागी विधान पार्षद ने येदियुरप्पा का समर्थन करने पर लिंगायत संतों की आलोचना की
By भाषा | Published: July 21, 2021 09:56 PM2021-07-21T21:56:02+5:302021-07-21T21:56:02+5:30
मैसुरू, 21 जुलाई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बागी विधान पार्षद सी. ए. एच. विश्वनाथ ने बुधवार को लिंगायत संतों से सवाल किया कि क्या वे मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के शासन में हुए कथित भ्रष्टाचार का समर्थन करते हैं।
येदियुरप्पा के खिलाफ अक्सर आवाज उठाते रहे विश्वनाथ ने संतों की आलोचना करते हुए दावा किया कि उन्होंने ‘‘जनता के पक्ष में खड़ा होने के बजाय’’ मुख्यमंत्री और उनकी सरकार का समर्थन कर ‘‘गलत परंपरा’’ कायम की है। विश्वनाथ ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘भाजपा आलाकमान येदियुरप्पा को बाहर जाने के लिए क्यों कह रहा है? मुख्य कारण भ्रष्टाचार है। जब ऐसा हो रहा है, तो आप संत क्या संदेश दे रहे हैं? आप भ्रष्टाचार के पक्ष में संदेश दे रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि लोगों का मार्गदर्शन करने के बजाए संत अपनी हदें पार कर रहे हैं।
विश्वनाथ ने 2019 में जनता दल सेक्युलर के तौर पर विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था और सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए थे। विश्वनाथ ने कहा, ‘‘इन संतों को समाज का हिस्सा होना चाहिए, सरकार का नहीं। किसी भी संत को किसी व्यक्ति या राजनीतिक दल के समर्थन में नहीं आना चाहिए। यह भी उचित नहीं है कि कोई संत खुलेआम किसी व्यक्ति की हिमायत करे।’’
कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच बुधवार को विभिन्न मठों के संतों ने येदियुरप्पा के प्रति अपना समर्थन जताया और उनसे मिलने लगातार दूसरे दिन उनके आधिकारिक आवास पर पहुंचे।
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