महबूबा के खिलाफ PDP में बढ़ रही है बागी विधायकों की संख्या, पार्टी ने ठहराया BJP को जिम्मेदार
By स्वाति सिंह | Published: July 12, 2018 10:57 AM2018-07-12T10:57:57+5:302018-07-12T10:57:57+5:30
जम्मू कश्मीर के बीजेपी नेता रविंदर रैना और महबूबा सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे निर्मल सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
जम्मू, 12 जुलाई: जम्मू कश्मीर की राजनीति में हर रोज एक नया रंग देखने को मिल रही है। एक तरफ पीडीपी वापस से सरकार बनाने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। वहीं दूसरी ओर पार्टी में बागी नेताओं की समस्या बढ़ती जा रही है। खबरों की मानें तो पार्टी इसके लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रही है। अभी हाल ही में जम्मू कश्मीर के बीजेपी नेता रविंदर रैना और महबूबा सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे निर्मल सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। हाल ही में 8 जुलाई को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के लगभग 21 विधायकों ने पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती से मुलाकात कर उनके प्रति अपना समर्थन प्रकट किया था। पिछले हफ्ते विधायकों समेत कई पार्टी नेताओं ने उनके विरुद्ध बगावत का झंडा उठाया था।
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सूत्रों ने बताया कि उनमें एक क्रुद्ध विधायक भी थे और उन्हें समझाने - बुझाने का प्रयास चल रहा है। वैसे सूत्रों ने संबंधित विधायक का नाम नहीं बताया। सूत्रों के अनुसार अन्य विधायकों से संपर्क स्थापित करने की कोशिश की जा रही है क्योंकि उनमें से ज्यादातर शहर से बाहर हैं। बता दें कि पीडीपी के तीन नेताओं ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया था। महबूबा के खिलाफ विद्रोह की शुरूआत पहले उन्ही के पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री रहे इमरान अंसारी ने की थी। इमरान अंसारी ने पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती पर निशाना साधते हुए उन पर भाई-भतीजावाद फैलाने का आरोप लगाया था। इमरान ने कहा था, 'महबूबा मुफ्ती ने पीडीपी को ना केवल पार्टी के रूप में नाकाम किया बल्कि अपने दिवंगत पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद के उन सपनों को तोड़ दिया जो उन्होंने देखे थे।' इसके साथ ही उन्होंने महबूबा पर पार्टी और पूर्व पीडीपी-बीजेपी गठबंधन सरकार में भाई-भतीजावाद का आरोप लगाया है।
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गौरतलब है कि पिछले महीने भाजपा की गठबंधन सरकार से हाथ पीछे खींचने और राज्य में राज्यपाल शासन लगाये जाने के बाद पार्टी नेतृत्व लगभग पांच विधायकों और एक विधानपरिषद सदस्य की बगावत से जूझ रहा है। महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व पर सबसे पहले विधायक आबिद अंसारी ने सवाल खड़ा किया था। उसके बाद उनके साथ उनके भतीजे और पूर्व मंत्री इमरान अंसारी , विधायक अब्बास वानी , अब्दुल माजिद पद्दार , जाविद बेग और विधानपरिषद सदस्य यासिर रेशी हो गए ।इन विधायकों ने पीडीपी अध्यक्ष पर उनके मुख्यमंत्री रहने के दौरान भाई-भतीजवाद करने और अक्षमता का परिचय देने का आरोप लगाया।
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