'नकली किताबों' के गोरखधंधे में बीजेपी नेता शामिल हैं: मेरठ में मिलीं किताबों पर अखिलेश
By अनुराग आनंद | Published: August 22, 2020 02:06 PM2020-08-22T14:06:02+5:302020-08-22T14:06:02+5:30
एनसीईआरटी की डुप्लीकेट किताबें छापने का मास्टरमाइंड सचिन गुप्ता है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मेरठ 35 करोड़ रुपये की एनसीईआरटी किताबें मिलने पर सपा प्रमुख अखिलेश ने कहा कि शिक्षा नीति में बदलाव करने वाली बीजेपी पहले अपने उन नेताओं की नैतिक -शिक्षा का पाठ पढ़ाए जो करोड़ो रुपए की नकली किताबों के गोरखधंधे में संलिप्त हैं। मीडिया के अनुसार, मामले का मास्टरमाइंड सचिन गुप्ता बीजेपी नेता संजीव गुप्ता का बेटा है।
बता दें कि मेरठ में एनसीईआरटी की डुप्लीकेट किताबें छापने का पर्दाफाश हुआ है। यूपी एसटीएफ और मेरठ पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में 35 करोड़ की डुप्लीकेट किताबें पकड़ी गई हैं। छह प्रिंटिंग मशीनें मिली हैं।
शिक्षा-नीति में बदलाव करनेवाली भाजपा पहले अपने उन नेताओं को नैतिक-शिक्षा के पाठ पढ़ाए जो करोड़ों रूपये के ‘नकली किताबों’ के गोरखधंधे में संलिप्त हैं.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 22, 2020
नक़ली ईमानदारी का चोगा ओढ़े लोगों का सच अब सामने आ गया है.
इस मामले में जानकारी मिल रही है कि दर्जनभर लोगों को हिरासत में लिया गया है। एनसीईआरटी की डुप्लीकेट किताबें छापने का मास्टरमाइंड सचिन गुप्ता है। वह भाजपा नेता संजीव गुप्ता का बेटा है। सचिन और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ परतापुर थाने में एसटीएफ सब इंस्पेक्टर ने मुकदमा दर्ज कराया है।
एसटीएफ डीएसपी ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि परतापुर के अछरौंडा में गोदाम और मोहकमपुर की प्रिंटिंग प्रेस का मालिक सचिन गुप्ता है। फिलहाल वह फरार है। उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। छापेमारी के तुरंत बाद सचिन से पुलिस अधिकारियों की फोन पर बातचीत हुई। उसने कहा कि वह किताबों के कागजात लेकर आ रहा है, लेकिन बाद में नहीं आया और मोबाइल भी बंद कर लिया।
एसटीएफ के सब इंस्पेक्टर संजय सोलंकी ने सचिन गुप्ता सहित प्लांट सुपरवाइजर व चार-पांच अन्य लोगों के खिलाफ कई धाराओं में परतापुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। सचिन गुप्ता के बारे में पता चला है कि वह संजीव गुप्ता का बेटा है।
मोहकमपुर प्रिंटिंग प्रेस से एसटीएफ को एक होर्डिंग मिला है। इसमें संजीव गुप्ता को भाजपा का महानगर उपाध्यक्ष बताया गया है।