दिल्ली: 'भीम महासंगम विजय संकल्प रैली' से दलितों को लुभाएगी बीजेपी, पक रही है 5000 किलो खिचड़ी
By विकास कुमार | Published: January 6, 2019 12:29 PM2019-01-06T12:29:06+5:302019-01-06T13:49:45+5:30
दिल्ली भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष मोहनलाल गिहारा ने मीडिया को बताया है कि नागपुर के शेफ विष्णु मनोहर और उनकी टीम को रैली में समरसता खिचड़ी पकाने के लिए आमंत्रित किया गया है.
लोकसभा चुनाव से पहले दलित वोटों को एकजुट करने के मकसद से बीजेपी आज दिल्ली के रामलीला मैदान में भीम महासंगम रैली का आयोजन करने जा रही है. इस रैली में दलितों के घर से जुटाये गए चावल और दाल के द्वारा 5000 किलो खिचड़ी भी पकाई जा रही है. इस रैली को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह संबोधित करेंगे.
दिल्ली भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष मोहनलाल गिहारा ने मीडिया को बताया है कि नागपुर के शेफ विष्णु मनोहर और उनकी टीम को रैली में समरसता खिचड़ी पकाने के लिए आमंत्रित किया गया है. गिहारा ने बताया कि खास तौर पर तैयार बरतन का व्यास 20 फुट है और इसकी गहराई छह फुट है. इसमें चावल, दाल, नमक और पानी डालकर 3,000 किलोग्राम खिचड़ी बनायी जाएगी.
5000 kg 'Khichdi' being cooked for BJP's 'Bhim Mahasangam Vijay Sankalp' rally in Delhi's Ram Leela Maidan later today. The rice and lentils have been collected from Dalit households. pic.twitter.com/PQloYm9wAy
— ANI (@ANI) January 6, 2019
2014 में भाजपा को दलित वोटों का अच्छा साथ मिला था, जिसके कारण भाजपा ने उत्तर प्रदेश में उन सीटों पर भी जीत हासिल की थी जहां दलित वोटों की संख्या बहुतायत में थी. हाल के दिनों में भाजपा के कई दलित नेताओं ने पार्टी के ऊपर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया है. जिसके कारण पार्टी अब समरसता खिचड़ी के सहारे सीधे दलितों से जुड़ाव करना चाहती है. उदित राज ने भी हाल में कई मौकों पर पार्टी पर निशाना साधा है, अभी तक इसकी कोई खबर नहीं है कि उन्हें इस रैली में न्योता दिया गया है या नहीं.
भाजपा को 2014 में लगभग 28 फीसदी दलित वोट मिले थे जो किसी भी दलित हितैषी पार्टी से ज्यादा थी. इसके कारण भी बीजेपी इस बार दलित वोटों को अपने साथ जोड़ना चाहती है. एससी-एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने के कारण भी दलितों में भाजपा की छवि पहले से ज्यादा अच्छी हुई है.