कांग्रेस के राफेल दावों पर बीजेपी का वार, कहा- 'राहुल गांधी को झूठ के लिए नोबेल मिलना चाहिए'
By पल्लवी कुमारी | Published: February 9, 2019 02:57 PM2019-02-09T14:57:48+5:302019-02-09T14:57:48+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने मीडिया में आई खबर में उठाए गए सवालों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांगा है। राहुल गांधी ने कहा है कि यह अब पूरी तरह से साफ हो चुका है कि ‘‘चौकीदार’’ ही चोर है।
विवादित राफेल लड़ाकू विमान सौदे में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के सीधे तौर पर शामिल होने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार(8 फरवरी) को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राफेल मामले में रक्षा मंत्रालय को बताए बगैर सीधे फ्रांस सरकार से सौदा किया, जिससे इस सौदे में रक्षा मंत्रालय द्वारा की जा रही बातचीत कमजोर पड़ गई। उन्होंने इसके लिए एक दस्तावेज की कॉपी भी शेयर की थी, जिसमें रक्षा मंत्री के हस्ताक्षर नहीं थे लेकिन बीजेपी इसके बाद फौरन उसी दस्तावेज की कॉपी शेयर करते हुए दिखाया कि उस पेपर में रक्षा मंत्री के हस्ताक्षर हैं।
बीजेपी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जो पेपर की तस्वीर शेयर की थी वो क्रॉप किया हुआ था। बीजेपी ने इसी तरह अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर राफेल मुद्दों पर कांग्रेस और विपक्ष द्वारा बोले गए 10 गलत बातों के पीछे का फैक्ट बताया है। इसमें बीजेपी ने सारे वही दावे गिनाए हैं, जो राहुल गांधी द्वारा बोले गए थे। बीजेपी ने ये सारे ट्वीट हैशटैग #LiarRahul से चलाया है।
तो आइए आपको वो 10 ट्वीट दिखाते हैं, जिसमें राहुल गांधी का क्या दावा था और बीजेपी ने उसका क्या जवाब दिया है।
1- पहला दावा- राहुल गांधी ने फ्रेंच मीडिया में छपी रिपोर्ट को गलत तरीके से पेश करस यह झूठा दावा किया कि दसॉ पर भारत के साथ डील ते लिए रिलायंस को ऑफसेट पार्टनर बनाने का दबाव डाला गया था।
बीजेपी का जवाब- बीजीपे ने तर्क दिया कि सुप्रीम कोर्ट और दसॉ के सीईओ इस बारे में साफ कर चुके हैं कि भारत सरकार की तरफ से ऑफसेट पार्टनर चुनने के लिए कोई दबाव नहीं डाला गया था।
Lie No.1: #LiarRahul tried to twist some report in a French media house to say making Reliance an offsets partner was a tradeoff for Dassault to get the deal with India.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Fact: Both Supreme Court & Dassault CEO said Indian govt had nothing to do with choosing of offsets partners. pic.twitter.com/C4vlTEFUAT
2- दूसरा दावा- राहुल ने राफेल को लेकर बहुत गलत तरीके से प्रचार किया। ये भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने राफेल के मामले में अनियमितता बरती है। राहुल गांधी ने देश की न्याय व्यवस्था के खिलाफ ऐजेंडा के तहत दुष्प्रचार किया।
बीजेपी का जवाब- बीजेपी ने इसके पीछे ये तर्क दिया है कि कांग्रेस द्वारा दायर की गई राफेल के जांच वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि राफेल जांत में कोई भी गड़बड़ी नहीं की गई थी।
Lie No.2: #LiarRahul tried to create false impression that SC has found grave irregularities with the deal. Indulged in third grade level propaganda on a sub judice matter.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Fact: The Supreme Court dismissed the petitions filed by Congress proxies and held govt has done no wrong. pic.twitter.com/o70qaoyGEP
3- तीसरा दावा - राहुल ने दावा किया था कि राफेल डील पर बोलने के खिलाफ मोदी सरकार ने एक MoD के एक वरिष्ठ अधिकारी को सजा दिलवाई थी।
जवाब- राहुल गांधी के झूठ का पर्दाफाश उसी वक्त हो गया था, जब खुद MoD के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया के सामने आकर कहा था कि उन्हें ऐसी कोई सजा नहीं दी गई थी।
Lie No.3: #LiarRahul claimed that a senior officer at MoD was ‘punished’ by Modi govt for submitting a dissent note on Rafale deal.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Fact: #LiarRahul’s lies were shattered when the officer in question spoke to media and denied any kind of ‘punishment’. https://t.co/6yJjuSr0tE
4- चौथा दावा- राहुल ने कहा था पूर्व फ्रेंच राष्ट्रपति होलांद ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चोर कहा था। इसी के साथ ये भी कहा था कि राष्ट्रपति होलांद ने इस रक्षा डील में रिलायंस को ऑफसेट पार्टनर बनाने की बात कही थी।
बीजेपी का जवाब- पूर्व फ्रेंच राष्ट्रपति होलांद ने इन सारे आरोपों से इनकार कर दिया था। फ्रेंच सरकार ने कोई भी अधिकारिक बयान देने से भी मना कर दिया था।
Lie No.4: #LiarRahul said ex-French President Hollande called PM Modi a thief and that Indian government had asked to include Reliance as offset partner.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Fact: Hollande denied all such allegations. The French government issued an official statement. https://t.co/Hq80DjUNHHpic.twitter.com/lUJlJEROu2
5- पांचवां दावा राहुल ने संसद लोकसभा में इस बात का भी दावा किया था कि वो फ्रेंच राष्ट्रपति मैक्रों से पर्सनली तौर पर मिलने गए थे। राहुल ने दावा किया कि उन्होंने कहा है कि इस डील में किसी भी तरह की कोई गोपनीयता नहीं रखी गई थी।
बीजेपी का जवाब- इस बयान के बाद फ्रेंच सरकार ने अधिकारिक बयान जारी कर कहा था कि इस रक्षा डील में दोनों देशों के साथ गोपनीयत की साझेदारी हुई है।
Lie No.5: #LiarRahul lied even to Parliament and said he personally confirmed from French President Mr. Macron that there is no non disclosure clause.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Fact: French govt issued statement refuting liar's claim & said agreement prohibits parties from sharing classified information. pic.twitter.com/HJaKHcBCN4
6- छठा दावा - राहुल ने कहा कि राहुल गांधी ने हमेशा ही राफेल के कीमत को गलत बताया है। ट्वीट में कहा गया- संसद में राहुल बोले 520 करोड़, कर्नाटक में बोले- 526 करोड़, राजस्थान में बोले- 540 करोड़, दिल्ली में राहुल बोले- 700 करोड़।
बीजेपी का जवाब- इस झूठ के लिए राहुल गांधी नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए।
Lie No.6: #LiarRahul quotes multiple numbers at multiple places for supposed price of aircraft in UPA deal
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
• Parliament, he said 520 crore
• Karnataka, he said 526 crore
• Rajasthan, he said 540 crore
• Delhi, he said 700 crore
Analysis: He deserves Nobel for lying. pic.twitter.com/RoNpNjP0Db
7- सातंवा दावा- राहुल ने अपने भाषण में कई बार ऐसा दावा किया है कि राफेल डील देश के जवानों का मनोबल गिराने वाला है। ये फैसला देश के सुरक्षा के हित में भी नहीं है।
बीजेपी का जवाब- बीजेपी ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा की गई टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा, सुप्रीम कोर्ट राफेल डील की प्रक्रिया में कोई कमी नहीं बताई है और वह इस प्रक्रिया से पूरी तरह संतुष्ट हैं।
Lie No.7: #LiarRahul said that the processes and procedures laid down for military acquisitions were flouted by PM Modi’s government.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Fact: Hon’ble SC in its judgment held: We are SATISFIED that there is no occasion to really doubt the process. pic.twitter.com/IESjpLaIfx
8- आठवां दावा- राहुल ने कहा, यूपीए में इस डील को 526/520/540 (एक जगह, एक दाम) तक नेगोशिएट किया, वहीं एनडीए ने इस डील को 1,600 करोड़ रुपये में तय किया।
बीजेपी का जवाब- राहुल गांधी सेब और नारंगी के बीच तुलना करना चाहते थे। एनडीए सरकार द्वारा किया गया प्राइस नेगोशिएशन बेहतर है। कीमत पूरे परिचालन पैकेज के तहत भी की गई है।
Lie No.8: #LiarRahul said UPA negotiated price of Rs. 526/520/540 (one place, one price) crore per aircraft, while NDA settled for Rs.1,600 cr.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Analysis: Liar is comparing apples & oranges. Price negotiated by NDA is for a complete operational package; including Rafale aircraft.
9- नौवां दावा- राहुल गांधी ने दावा किया था 36 एयरक्राफ्ट जो खरीदे गए थे वो राजनीतिक दोस्तों को फायदा पहुंचाने के लिए किए गए थे। इससे देश की वायूसेना को भी नुकसान पहुंचा था।
बीजेपी का जवाब- सुप्रीम कोर्ट को हवाला देते बीजेपी ने ट्वीट किया, सुप्रीम कोर्ट ने साफ किया है कि राफेल का सौदा सेना के हित में है। वायुसेना को इससे मजबूती मिलेगी।
Lie No.9: #LiarRahul said decision to procure 36 aircraft was made to benefit political “cronies” and has harmed Air Force.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Fact: Hon SC held the decision was made in interest of defense preparedness in face of our adversaries’ ramping up their capabilities and IAF is happy. pic.twitter.com/jhBjLitRJr
10- दसवां दावा- इस ट्वीट में उसी मामले का जिक्र किया गया है, जो मैंने खबर के शीर्ष में 'रक्षा मंत्री के हस्ताक्षर' वाले मुद्दे के बारे में बताया। बीजेपी ने फैक्ट चैक में बताया कि कांग्रेस ने फोटोशॉप का इस्तेमाल कर जनता को गुमराह किया है।
कांग्रेस ने 'द हिंदू' की खबर का हवाला देते हुए ये सारे दावें किए थे। राहुल के आरोप पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने पलटवार करते हुए अंग्रेजी अखबार 'द हिंदू' की खबर को खारिज कर दिया और आरोप लगाया कि विपक्ष बहुराष्ट्रीय कंपनियों तथा निहित स्वार्थ से जुड़े तत्वों के हाथों में खेल रहा है। अखबार ने 24 नवंबर 2015 की तारीख वाले रक्षा मंत्रालय के एक आंतरिक 'नोट' का जिक्र किया है।
Lie No.10: Yesterday, #LiarRahul found a partner in crime - The Hindu. Using a conveniently cropped photo, they tried to lie again.
— BJP (@BJP4India) February 9, 2019
Fact: We always knew Congressis were photoshoppers. But yesterday they learnt, the hard way, that ‘Satyamev Jayate’ :) pic.twitter.com/ZxeR52e6Uf
राफेल सौदे पर रक्षा मंत्रालय के 'नोट' को लेकर विपक्ष ने मोदी सरकार को घेरा
विवादास्पद राफेल सौदे में पीएमओ के 'समानांतर बातचीत' पर 2015 में रक्षा मंत्रालय के एक ‘नोट’ में सख्त आपत्ति जताए जाने के बारे में मीडिया में एक खबर आने के बाद शुक्रवार को विपक्ष ने मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि अब यह साफ हो चुका है कि ‘‘चौकीदार’’ ही चोर है, जबकि ‘आप’ प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने पीएमओ पर छापे मारे जाने की मांग की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपना हमला तेज करते हुए राहुल ने मीडिया में आई खबर में उठाए गए सवालों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांगते हुए कहा कि यह अब पूरी तरह से साफ हो चुका है कि ‘‘चौकीदार’’ ही चोर है। उन्होंने राफेल सौदे में मोदी द्वारा कथित तौर पर अपने मित्र को फायदा पहुंचाने का संभवत: जिक्र करते हुए यह कहा।