भगवान राम को लेकर भाजपा के सहयोगी संजय निषाद का विवादित बयान, कहा- दशरथ के पुत्र नहीं थे राम
By विनीत कुमार | Published: November 8, 2021 03:11 PM2021-11-08T15:11:34+5:302021-11-08T15:14:36+5:30
यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा के सहयोगी संजय निषाद ने भगवान राम पर एक बयान को देकर नया विवाद शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने इस बयान को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है।
प्रयागराज: भाजपा की सहयोगी निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद के भगवान राम पर दिए बयान पर विवाद शुरू हो गया है। संजय निषाद ने कहा है कि राम का जन्म एक निषाद परिवार में हुआ था और वे राजा दशरथ के बेटे नहीं थे।
संजय निषाद ने साथ ही राम और निषाद राज की गले मिलते हुए प्रतिमा लगाने की भी मांग की है। निषाद राज का किला बनाने की भी मांग की गई है।
प्रयागराज में संजय निषाद ने मीडिया से कहा कि भगवान राम और निषाद राज का जन्म मखौड़ा घाट पर हुआ। उन्होंने कहा कि पुत्रयेष्ठ कामी यज्ञ में नियोग विधि से खीर खिलाने के बहाने राम का जन्म हआ और खीर खाने से कोई बच्चा नहीं होता। साथ ही संजय निषाद ने राम को राजा दशरथ का 'तथाकथित' पुत्र बताया। संजय निषाद ने कहा श्रीराम असल में श्रृंगऋषि निषाद के पुत्र हैं।
भाजपा को धमका रहे हैं अब संजय निषाद!
संजय निषाद ने लगे हाथ सहयोगी पार्टी पर भाजपा पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा कि निषादों को अलग आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर उनकी पार्टी 9 नवंबर से समूचे यूपी में आंदोलन करेगी।
संजय निषाद ने कहा कि भाजपा ने उन्हें एमएलसी बनाते वक्त वादा किया था कि आरक्षण की मांग को एक महीने में पूरा किया जाएगा पर अभी दो महीने पूरे होने पर भी वादा पूरा नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि निषाद समाज के लोग भाजपा को तब तक वोट नहीं देंगे जब तक आरक्षण पर स्थिति स्पष्ट नहीं हो जाती है।
कांग्रेस ने बोला संजय निषाद और भाजपा पर हमला
संजय निषाद के बयान को लेकर कांग्रेस ने हमला बोला है। कांग्रेस नेता अंशु अवस्थी ने कहा कि वह (संजय निषाद) सिर्फ भाजपा के एजेंडे का ही प्रचार कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा, 'वह अब राम पर बोल रहे हैं लेकिन जब इलाहाबाद में भाजपा ने निषाद लोगों की नाव को ध्वस्त कर दिया तो वह चुप थे। वह सिर्फ भाजपा के एजेंडे का प्रचार कर रहे हैं और अपने समुदाय और उत्तर प्रदेश के लोगों के वास्तविक मुद्दों से दूर भाग रहे हैं।'
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि केवल सनातन हिंदू धर्म के संतों को ही भगवान राम पर बोलने का अधिकार है।
बता दें कि भाजपा ने सितंबर में औपचारिक रूप से घोषणा की थी कि वह उत्तर प्रदेश में 2022 का विधानसभा चुनाव निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) पार्टी के साथ मिलकर लड़ेगी। हालांकि, सीट बंटवारे पर दोनों पार्टियों की ओर से अभी तक कुछ नहीं कहा गया है।
राज्य में 2017 के विधानसभा चुनावों में निषाद पार्टी ने 72 विधानसभा सीटों पर 5.40 लाख से अधिक वोट हासिल किए थे और एक सीट पर जीत भी हासिल की थी।
दरअसल, निषाद वोट यूपी और खासकर पूर्वांचल हिस्से में बेहद अहम हैं। निषाद पार्टी का भाजपा के साथ आना ओमप्रकाश राजभर की भारतीय सुहेलदेव पार्टी के एनडीए से जाने की भरपाई के तौर पर देखा जा रहा है।