बीजद विधायक प्रदीप महारथी का निधन, 14 सितंबर को कोरोना से पाए गए थे संक्रमित
By भाषा | Published: October 4, 2020 04:29 PM2020-10-04T16:29:47+5:302020-10-04T16:29:47+5:30
ओडिशा विधानसभा में सदस्यों ने महारथी की स्मृति में एक मिनट का मौन रखा, जिसके बाद उनके सम्मान में दिन भर के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।
भुवनेश्वर: बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक प्रदीप महारथी का रविवार सुबह एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनके परिवार के सदस्यों ने यह जानकारी दी। वह 65 वर्ष के थे। पुरी जिले के पिपिली से सात बार के विधायक महारथी के परिवार में पत्नी प्रतिभा, बेटे रुद्र प्रताप और बेटी पल्लवी हैं। महारथी 14 सितंबर को कोविड-19 से संक्रमित पाए गए थे। उन्हें स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी, लेकिन बाद में उनकी हालत गंभीर हो जाने के कारण उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह शुक्रवार से वेंटिलेटर पर थे।
ओडिशा विधानसभा में सदस्यों ने महारथी की स्मृति में एक मिनट का मौन रखा, जिसके बाद उनके सम्मान में दिन भर के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। महारथी ने पुरी के एससीएस कॉलेज के एक छात्र नेता के रूप में अपना करियर शुरू किया था। वह 1985 में जनता दल में शामिल हो गए और पिपिली निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा के लिए चुने गए।
उन्हें आपातकाल के दौरान मीसा (आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था अधिनियम) के तहत गिरफ्तार किया गया था। महारथी ने बाद में भी पिपिली से कई बार चुनाव जीता। वह 2000 में बीजद में शामिल हो गये। उन्हें 2011 में नवीन पटनायक मंत्रिमंडल में शामिल किया गया और उन्होंने कृषि, मत्स्य पालन, पंचायती राज और पेयजल विभागों का कार्यभार संभाला।
कृषि मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान ओडिशा को लगातार चार वर्षों तक कृषि कर्मण पुरस्कार मिला। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने महारथी के निधन पर गहरा दु: ख व्यक्त किया और उन्हें बीजद का ‘निष्ठावान’ नेता और बीजू पटनायक का पुराना सहयोगी बताया।
पटनायक ने शोक संदेश में कहा, "वह लोगों के सच्चे नेता थे। मैं शोक संतप्त परिवार और पिपिली के लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।" उन्होंने कहा कि महारथी के पार्थिव शरीर का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान एवं प्रताप सारंगी और राज्य के कई मंत्रियों ने महारथी के निधन पर शोक व्यक्त किया।
राज्यपाल ने कहा, "महारथी एक लोकप्रिय नेता और सक्षम विधायक थे। उनके असामयिक निधन से राजनीति को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा है।" विधानसभा अध्यक्ष एस एन पात्रो ने उनके सम्मान में सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। पात्रो ने कहा, ‘‘पिपिली से दिवंगत सदस्य के सम्मान में सदन की कार्यवाही सोमवार को सुबह 10.30 बजे तक स्थगित रहेगी।’’ विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को स्थगित करने से पहले कहा कि अपने काम के प्रति महारथी का समर्पण "असाधारण" था।
पात्रो ने कहा, ‘‘उनके निधन ने राज्य की राजनीति में एक शून्य पैदा कर दिया है।’’ पटनायक ने महारथी के निधन के बारे में सदन को आधिकारिक रूप से सूचित करने के बाद कहा, बीजद नेता 1985 से 2019 के बीच पिपिली से सात बार विधानसभा के लिए चुने गए। सदन में विपक्ष के नेता पी के नाइक ने भी महारथी के निधन पर शोक व्यक्त किया। बीजद विधायक के पार्थिव शरीर को विधानसभा परिसर में लाया गया, जहां विधायकों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।