सीडीएस बिपिन रावत हेलीकॉप्टर क्रैश: वीडियो बनाने वाले शख्स का मोबाइल फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया
By विनीत कुमार | Published: December 12, 2021 09:25 PM2021-12-12T21:25:10+5:302021-12-12T21:25:56+5:30
तमिलनाडु के कून्नूर में पिछले हफ्ते हुए हेलीकॉप्टर क्रैश मामले में पुलिस ने उस शख्स का मोबाइल फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है, जिसने दुर्घटना से ठीक पहले का वीडियो बनाया था।
कून्नूर: तमिलनाडु के कून्नूर में सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी सहित अन्य अधिकारियों को ले जा रहे हेलीकॉप्टर के क्रैश संबंधी जांच के लिए उस शख्स का मोबाइल फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, जिसने दुर्घटना से ठीक पहले उसका वीडियो बनाया था। इसमें जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 14 लोग सवार थे।
हेलीकॉप्टर के क्रैश होने से ठीक पहले कोयंबटूर के 'जो' नाम के वेडिंग फोटोग्राफर ने यह वीडियो अपने मोबाइल से बनाया था। शख्स तमिलनाडु के काटेरी क्षेत्र में अपने परिवार और कुछ दोस्तों के साथ 8 दिसंबर को गया था।
शख्स ने हवा में उड़ते इस हेलीकॉप्टर का वीडियो बनाया था। यह वीडियो उसके गिरने से ठीक पहले का था। वीडियो में नजर आता है कि हेलीकॉप्टर कुछ सेकेंड में धुंध में गायब हो गया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल है।
मोबाइल की जांच क्यों कर रही है पुलिस
पुलिस ने मामले की जांच के तहत शख्स का मोबाइल लिया है और उसे फॉरेंसिंक जांच के लिए कोयंबटूर भेजा गया है। पुलिस के मुताबिक इस बात की भी जांच की जा रही है कि फोटोग्राफर और उसके साथ कुछ अन्य दोस्त घने जंगली क्षेत्र में क्यों गए थे, जहां जंगली जानवरों की लगातार आवाजाही होती रहती है और वहां जाना प्रतिबंधित है।
इस बीच, पुलिस ने चेन्नई में मौसम विभाग से दुर्घटना के दिन क्षेत्र में मौसम और तापमान से संबंधित विवरण मांगा है। उन्होंने कहा कि पुलिस दुर्घटना के बारे में सुराग जुटाने के लिए अन्य प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ कर रही है।
बता दें कि बुधवार को कुन्नूर के काटेरी-नंजाप्पनचत्रम में एक जंगली इलाके में एमआई-17वीएच हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से जनरल रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य की मौत हो गई थी। हादसे में वायुसेना का एक जवान बाल-बाल बच गया और उसका बेंगलुरु में इलाज चल रहा है।