बिहार में खुली स्वास्थ्य सेवाओं की पोल, अस्पताल में कुत्ते एक नवजात को नोच-नोचकर खा गए
By एस पी सिन्हा | Published: January 12, 2025 09:07 PM2025-01-12T21:07:57+5:302025-01-12T21:07:57+5:30
नवजात के शव को ड्यूटी पर तैनात जीएनएम और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा प्रसव कक्ष के सामने स्थित शौचालय के पास एक कार्टून में लावारिस छोड़ दिया गया। इस घटना के बाद प्रसूता के परिजनों ने जमकर हंगामा किया।

बिहार में खुली स्वास्थ्य सेवाओं की पोल, अस्पताल में कुत्ते एक नवजात को नोच-नोचकर खा गए
पटना: बिहार के जमुई जिले से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है, जहां खैरा प्रखंड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य कर्मियों ने लापरवाही बरतते हुए एक नवजात के शव को बाथरूम के निकट रखे कूड़ेदान में डाल दिया। इसके बाद एक आवारा कुत्ता उसे नोचने लगा। यह घटना शनिवार की देर शाम की है, जब एक नवजात की जन्म के समय मृत्यु हो गई थी। नवजात के शव को ड्यूटी पर तैनात जीएनएम और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा प्रसव कक्ष के सामने स्थित शौचालय के पास एक कार्टून में लावारिस छोड़ दिया गया। इस घटना के बाद प्रसूता के परिजनों ने जमकर हंगामा किया।
प्रसूता के परिजनों को इस घटना की जानकारी तब मिली जब केंडी गांव की निवासी लकी देवी शौच के लिए जा रही थीं। उन्होंने शौचालय के गेट पर रखे एक कार्टून में एक कुत्ते को कुछ खाते हुए देखा। जब वे नजदीक गईं, तो पाया कि उसमें एक नवजात का शव पड़ा था, जिसे कुत्ते ने नोच कर लगभग खा लिया था। इस पूरे मामले की सूचना ड्यूटी पर तैनात जीएनएम पूनम देवी और अन्य को दी गई, लेकिन उन्होंने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया।
इसके बाद प्रसूता ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। यहां खैरा प्रखंड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से एक दर्दनाक खबर निकल कर सामने आ रही है। यहां अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों ने बड़ी लापरवाही करते हुए एक नवजात के शव को बाथरूम के पास रखे कूड़ेदान में फेंक दिया। जिसके बाद आवारा कुत्ते नोंच-नोंच कर खा गए। जिसके बाद प्रसूता के परिजनों ने जमकर हंगामा किया।
इस बाबत जब जमुई सदर डीएस डॉक्टर नौशाद अहमद से बात की गई तो उन्होंने इसकी जानकारी नहीं होने की बात कही। उन्होंने कहा कि मीडिया के माध्यम से ही उन्हें यह जानकारी मिली है। इस घटना की जांच की जाएगी और जो भी दोषी होंगे उनपर कड़ी कार्रवाई करेंगे। ऐसे में इस कृत्य से अस्पताल प्रशासन की असंवेदनशीलता प्रकट होती है।