नेपाल के तराई इलाकों और उत्तर बिहार में लगातार भारी बारिश से नदियों में बढ़ा जलस्तर, मंडराने लगा बाढ़ का खतरा
By एस पी सिन्हा | Published: June 29, 2022 07:11 PM2022-06-29T19:11:37+5:302022-06-29T19:13:18+5:30
उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार मिलाकर कुल 19 जिलों में बुधवार को वज्रपात और बिजली चमकने के साथ मध्यम स्तर की वर्षा होने की सूचना है. सभी जिलों के अधिकारी नदियों की स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं.
पटना: नेपाल के तराई इलाकों और उत्तर बिहार में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश से कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. उत्तर बिहार से होकर बहने वाली कोसी-गंडक, महनंदा, बागमती में बाढ का खतरा गहरा गया है. इन नदियों के जलस्तर में वृद्धि हुई है. पूर्वी चंपारण जिले में सर्वाधिक वृद्धि गंडक नदी में दर्ज की गई है. इस वजह से संग्रामपुर अरेराज और केसरिया प्रखंड के निचले इलाको मे पानी भरने लगा है.
मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनो तक मध्यम व तेज बारिश के अनुमान के बाद गंडक नदी के जलस्तर में कमी आने की संभावना नहीं है. कमोबेश यही स्थिति बूढी गंडक, बागमती और लालबकेया नदी मे देखने को मिल रही है.
आपदा प्रभारी ने बताया कि बाढ़ संभावित सभी जिलों के अधिकारी नदियों की स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं. सभी को बाढ़ के मद्देनजर सतर्क रहने को कहा गया है. वहीं, कटिहार जिले से होकर गुजरने वाली गंगा, महानंदा, कोसी एवं ब्रांडी नदियों से जलस्तर में उतार चढाव जारी है. बीते 24 घंटे में महानंदा नदी आजमनगर और धबौल में खतरे के निशान को पार कर गया है.
महानंदा की जलस्तर में वृद्धि होने से तटवर्ती क्षेत्रों के कई गांवों में पानी भर गया है और आवागमन बाधित है. राज्य के कई जिलों में बुधवार सुबह से कभी तेज तो कभी हल्की बारिश हो रही है. वहीं 19 जिलों में वज्रपात गिरने की सूचना है. इस दौरान कई लोगों की मौत की बात कही जा रही है. मंगलवार को सात जिलों में वज्रपात से 16 लोगों की मौत हो गयी थी.
बुधवार को भी उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार मिलाकर कुल 19 जिलों में वज्रपात और बिजली चमकने के साथ मध्यम स्तर की वर्षा होने की सूचना है. इन जिलों में सीवान, सारण, दरभंगा, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, सहरसा, वैशाली, समस्तीपुर, बक्सर, भभुआ, रोहतास, औरंगाबाद और अरवल शामिल हैं.