बिहार: भारी बारिश के कारण कई जिलों में जलजमाव, दो दिनों के लिए स्कूल-कालेज बंद, ट्रेनों के पहिए जाम
By एस पी सिन्हा | Published: September 28, 2019 08:21 PM2019-09-28T20:21:12+5:302019-09-28T20:21:12+5:30
हालात ये हैं कि पटना में मुख्य सड़कों पर अब नावें चलने लगी हैं. भारी बारिश से पटना सिटी के अगमकुआं स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल झील में तब्दील हो गया है. अस्पताल का मेडिसीन विभाग, इमरजेंसी, गायनी और शिशु रोग विभाग में पानी भर गया है.
बिहार के कई इलाकों में भारी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. इस वजह से कैमूर में दो और पटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई है. भारी बारिश से राजधानी पटना के ज्यादातर इलाकों में जलजमाव हो गया है. कई जिलों में जलजमाव ने आम जन जीवन पर बुरा असर डाला है. दो दिनों तक स्कूल बंद कर दिए गए हैं, वहीं ट्रेनों की रफ्तार पर भी ब्रेक लग गया है. राजधानी पटना की बात करें तो बद से बदतर स्थिति बन गई है. राजधानी में हो रही लगातार बारिश से लोग घरों में रहने को मजबूर हैं तो वहीं सड़कों पर आवागमन भी लगभग ठप पर गया है.
हालात ये हैं कि पटना में मुख्य सड़कों पर अब नावें चलने लगी हैं. भारी बारिश से पटना सिटी के अगमकुआं स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल झील में तब्दील हो गया है. अस्पताल का मेडिसीन विभाग, इमरजेंसी, गायनी और शिशु रोग विभाग में पानी भर गया है. अस्पताल के कई वार्डों में एक फीट से अधिक पानी जमा है, जिससे भर्ती मरीज और उनके साथ आए परिजनों के साथ स्वास्थ्यकर्मियों को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. मरीजों को पीएमसीएच में स्थानांतरित कर दिया गया है.
यही नहीं कई मंत्रियों को घरों में जलजमाव की स्थिति है. बिहार के पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव और शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा के घर में दो से तीन फुट पानी लगा हुआ है. मंत्री काफी परेशानियों का सामना कर अपनी कार में बैठ सके. नए नाले बनने के बाद भी शहर में गंदे नाले के पानी से जलजमाव है. आज इस मौसम की सबसे अधिक और खतरनाक बारिश की मौसम विज्ञान केंद्र की भविष्यवाणी के मद्देनजर पूरे बिहार का प्रशासन हाई अलर्ट पर है. आम लोगों को आपदा से निपटने के लिए तैयार और सतर्क रहने की हिदायत दी गई है. भारी बारिश की आशंका को देखते हुए कई जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में सर्वाधिक सतर्कता रहेगी. भारी बारिश की संभावना को देखते हुए अन्य 21 जिलों में भी सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पूरी स्थिति को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और प्रभावित जिलों के जिलाधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यालय से जुड़े रहे, ताकि आपदा की स्थिति में राहत और बचाव के सभी संभव उपाय को लेकर तत्काल निर्णय हों. तटबंधों की निगरानी बढ़ा दी गई है. जिलों में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें भेज दी गई हैं. नेपाल और बिहार के नदी जलग्र्रहण क्षेत्रों में पिछले एक सप्ताह से होने वाली बारिश की वजह से उत्तर बिहार और कोसी-सीमांचल में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है. अब फिर भारी बारिश की आशंका से उन इलाकों में जान-माल और फसलों की क्षति की आशंका है.
पटना की बात करें तो यहां कई इलाकों में घरों में पानी घुस गया है. प्रशासन ने राहत व बचाव के लिए पटना की सड़कों पर दस ट्रक भी उतार दिए हैं जो लोगों को निचले इलाकों से बाहर निकाल रहा है. उनके रहने के लिए पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल प्रांगण में राहत कैम्प बनाए गए हैं. लगातार बारिश से लोग घरों में रहने को मजबूर हैं तो वहीं सड़कों पर आवागमन भी लगभग ठप पर गया है. राजधानी की कई सड़कों पर जलजमाव होने से ट्रैफिक की रफ्तार थम-सी गई है. भारी बारिश के कारण पटना यूनिवर्सिटी में होनेवाली प्रवेश परीक्षा स्थगित कर दी गई है. इसके अलावा बीएड, पीएचडी की परीक्षा भी रद्द कर दी गई है. साथ ही शहर में होनेवाली प्रतियोगिताओं को भी अगली सूचना तक के लिए रद्द कर दिया गया है.
बिहार में शुक्रवार की रात से हो रही लगातार बारिश ने रेल की रफ्तार रोक दी है. समस्तीपुर-दरभंगा रेल लाइन पर किशनपुर-रामभद्रपुर के मध्य पुल नंबर 12 के पास की जमीन धंसने के कारण तटबंध बह जाने के कारण कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. वहीं, पटना से खुलनेवाली कई ट्रेनों के परिचालन में आंशिक बदलाव किये गये हैं. इधर, आरा-सासाराम-पटना रेलखंड पर भी पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर डिवीजन के पटना के समीप रेलवे ट्रैक पर पानी आ जाने के कारण मालदा डिविजन की ट्रेनों को किउल से पहले ही रोक दिया गया है.
रेलवे सूत्रों का कहना है कि जो ट्रेन पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से आगे दिल्ली की ओर जायेगी, उसका रूट डायवर्ट कर चलाया जायेगा. जानकारी के मुताबिक, डिब्रूगढ़-दिल्ली ब्रह्मपुत्र मेल को किउल से गया के रास्ते चलाया जायेगा. अपर इंडिया एक्सप्रेस और भागलपुर-आनंद विहार विक्रमशिला एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन भी गया के रास्ते आनंद विहार जाने की संभावना जताई जा रही है.
राजधानी पटना में भारी बारिश के कारण बिहार विधानसभा परिसर, नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, पीएमसीएच, एनआईटी समेत कई संस्थानों में जलजमाव होने से जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. साथ ही पटना में वीआई आवास में भी जलजमाव हो गया है. बताया जाता है कि पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिन्हा, भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी, मंत्री नंदकिशोर, मंत्री कृष्णनंदन वर्मा और विधायक नौशाद आलम के आवास में बरसात का पानी घुस गया है.
कैमूर में लगातार दो दिन से हो रही भारी बारिश के कारण जर्जर मिट्टी की दीवार गिर गई जिसमें दब कर दो महिलाओं की मौत हो गई. इस घटना में 3 लोग घायल भी हो गए. जबकि राजधानी पटना के कदमकुआं थाना क्षेत्र के काली मंदिर के पास एक किशोर की मौत करंट लगने से हो गई. बताया जा रहा है कि भारी बारिश के कारण जलमग्न हुए इलाके में ग्रिल में करंट आ गया था, जिस कारण उसकी मौत हो गई. घटना से गुस्साए लोगों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की व हंगामा किया.
नवादा जिले के रजौली अनुमंडल स्थित अंबेडकर विद्यालय में धनारजय नदी का पानी घुस जाने से वहां मौजूद स्कूल के बच्चे एवं शिक्षक फंस गए. तकरीबन 100 की संख्या में बच्चे एवं शिक्षकों के फंसे होने की सूचना मिली तो स्थानीय लोगों ने प्रशासन की मदद से धीरे-धीरे वहां फंसे लोगों को रस्सी के सहारे से निकाल लिया गया. बच्चों को पास के महसई स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में रखा जा रहा है.