बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में हुआ हंगामा, नए शिक्षकों की बहाली को लेकर सरकार ने दिया आश्वासन
By एस पी सिन्हा | Published: July 9, 2019 02:43 PM2019-07-09T14:43:56+5:302019-07-09T14:50:59+5:30
सदन में प्रश्नोत्तर काल में रघुनाथपुर से राजद विधायक हरिशंकर यादव ने अपने विधानसभा क्षेत्र के एक ऐसे स्कूल का मामला उठाया जहां छात्र हैं, लेकिन वहां एक भी शिक्षक नहीं है. इस सवाल का जवाब देते हुए शिक्षामंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद अब राज्य सरकार ने शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के दौरान आज विपक्षी दलों के सदस्यों ने सदन के बाहर जमकर हंगामा किया. बिहार के गया स्थित अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एएनएमसीएच) में पिछले एक सप्ताह में छह बच्चों की मौत को लेकर मुख्य विपक्षी दल राजद के सदस्यों ने बिहार विधानसभा के बाहर जमकर हंगामा किया.
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही आज विपक्षी दलों ने शिक्षकों के नियोजन में हो रही देरी पर जमकर हंगामा मचाया. जिसके बाद राज्य के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि नवंबर तक नए शिक्षकों की बहाली कर ली जाएगी.
विपक्ष द्वारा राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी मामले को लेकर उठाए गए सवाल का जवाब देते हुए शिक्षामंत्री ने कहा कि तीन महीने के अंदर राज्य के सभी सरकारी स्कूलों से शिक्षकों की कमी को दूर कर दिया जाएगा, नवंबर तक नए शिक्षकों की बहाली हो जाएगी.
सदन में प्रश्नोत्तर काल में रघुनाथपुर से राजद विधायक हरिशंकर यादव ने अपने विधानसभा क्षेत्र के एक ऐसे स्कूल का मामला उठाया जहां छात्र हैं, लेकिन वहां एक भी शिक्षक नहीं है. इस सवाल का जवाब देते हुए शिक्षामंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद अब राज्य सरकार ने शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
शिक्षामंत्री के इस जवाब से विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी को भी शिक्षामंत्री से कहना पड़ा कि शिक्षकों की नियोजन प्रक्रिया की समय सीमा पर सदन में स्पष्ट तौर पर जवाब दें. इस पर शिक्षामंत्री ने कहा कि नवंबर तक हर हाल में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. इसपर राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि सदन की एक कमिटी बनाकर शिक्षक नियोजन प्रक्रिया की वास्तविक स्थिति की समीक्षा होनी चाहिए.
वहीं, राजद विधायक ललित यादव के छात्रों को पुस्तक उपल्बध कराने के संबंध में उठाए सवाल का जवाब देते हुए शिक्षामंत्री ने कहा कि राज्य के 70 प्रतिशत छात्रों को पुस्तक उपलब्ध करा दिया गया है, वहीं, बाकी बचे छात्रों को भी जल्द ही पुस्तक मिल जाएगा. इस बीच गया के अस्पताल में बच्चों की हो रही मौत पर भी हंगामा मचा. बताया जाता है कि गया के एएनएमसीएच में अभी 22 पीड़ित बच्चों का इलाज कराया जा रहा है. वहीं, एक बच्चे में जापानी इन्सेफेलाइटिस से मौत की पुष्टि हुई है.
साथ ही मुजफ्फरपुर में एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से करीब डेढ़ सौ बच्चों की मौत हो चुकी है. बिहार में बच्चों की मौत को लेकर विपक्षी दल के सदस्यों ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का इस्तीफा देने को लेकर हंगामा किया.
एक प्रश्न का जवाब देते हुए सूबे के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि सूबे के किसान खेत में गेहूं या धान की खूंटी जला रहे हैं. इससे कार्बन का उत्सर्जन होने पर मिट्टी की उर्वरता पर असर पड़ रहा है. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि खेत में गेहूं या धान की खूंटी जलाये जाने पर पंचायत के मुखिया को जिम्मेवार ठहराया जायेगा. इससे पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है.
वन एवं पर्यावरण विभाग प्रस्ताव तैयार कर रहा है. अगर किसी पंचायत में इस तरह की बात सामने आती है, तो इसके लिए उस पंचायत के मुखिया को जिम्मेवार ठहराया जाये. इस पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कहा कि अगर आप मुखिया को जिम्मेवार ठहरायेंगे, तो मुखिया के विरोधी मुखिया को जेल भिजवाने के लिए खेतों में ही गेहूं या धान की खूंटी जलाना शुरू कर देंगे. इस पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अभी यह प्रस्ताव विचाराधीन है.