बिहार: सीट शेयरिंग पर उपेंद्र कुशवाहा बोले, मुझे 20-20 पर नहीं बल्कि गिल्ली डंडा पर भरोसा

By एस पी सिन्हा | Published: September 24, 2018 06:39 PM2018-09-24T18:39:23+5:302018-09-24T18:39:23+5:30

रालोसपा के पैगाम-ए-खीर कार्यक्रम के बारे में कुशवाहा ने कहा कि एकसाथ दलित हों या पंडित सभी बैठेंगे। हम कहीं से दूध और कहीं से चीनी लाएंगे और मुसलमान भाई के घर से दस्तरखान आएगा।

Bihar: Upendra Kushwaha said on seat sharing, not trusted 20-20 on gulli danda | बिहार: सीट शेयरिंग पर उपेंद्र कुशवाहा बोले, मुझे 20-20 पर नहीं बल्कि गिल्ली डंडा पर भरोसा

बिहार: सीट शेयरिंग पर उपेंद्र कुशवाहा बोले, मुझे 20-20 पर नहीं बल्कि गिल्ली डंडा पर भरोसा

पटना,24 सितंबर: केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री और रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने राज्य में कानून-व्यवस्था की बिगड़ रही स्थिति लेकर एक बार फिर से सरकार पर निशाना साधा है। आज कुशवाहा ने मुजफ्फरपुर में हुए पूर्व मेयर समीर कुमार हत्याकांड के मामले में प्रतिक्रिया देते हुए पटना में कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था खराब है। उन्होंने कहा कि 'हे भगवान ये क्या हो रहा बिहार में? इससे ज्यादा मैं कुछ भी नहीं कह सकता।

मंगलवार से रालोसपा के पैगाम-ए-खीर कार्यक्रम के बारे में कुशवाहा ने कहा कि एकसाथ दलित हों या पंडित सभी बैठेंगे। हम कहीं से दूध और कहीं से चीनी लाएंगे और मुसलमान भाई के घर से दस्तरखान आएगा। सीट शेयरिंग के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि अभी इस मुद्दे पर सिर्फ और सिर्फ कयास ही लगाये जा रहे हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने 20-20 फार्मूला को रिजेक्ट करते हुए इशारों में अपनी बात कही। उन्होंने कहा कि मैं क्रिकेट नहीं खेलता इसलिए ये फार्मूला नहीं जानता। 

मैनें सिर्फ गिल्ली डंडा ही खेला है। अमित शाह से मुलाकात के सवाल को टालते हुए कुशवाहा ने कहा कि जनता से मुलाकात हो रही है। सीट शेयरिंग को लेकर की गई बैठक में रालोसपा को न्योता नहीं दिया गया। इस बात से पार्टी के राष्ट्रीय  अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा काफी निराश हैं। इशारे-इशारे में ही उन्होंने पार्टी को अनदेखा करने पर कहा है कि, 'उपेन्द्र कुशवाहा किसी के लिए कोई समस्या नहीं रहा है'। 

कुशवाहा के इस बयान के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। इस बयान ने यह साफ कर दिया है कि एनडीए में सबकुछ ठीक तो बिल्कुल नहीं चल रहा है। न्यायपालिका के सवाल पर कुशवाहा ने कहा कि गरीब लोगों के लिए महत्त्वपूर्ण दरवाजा आज भी बंद है जबकि पैसेवाले लोगों के लिये दरवाजे खुले हैं। हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे पूरे तौर पर बंद हैं और एससी-एसटी लोगों का वहां पहुंचना नामुमकिन है।

कुशवाहा ने कहा कि गरीब लोगों के पास कितना भी टैलेंट रहे वो कोर्ट में कभी नहीं पहुंच सकते। पार्टी के हल्ला बोल, दरवाजा खोल कार्यक्रम के बारे में बताते हुए कुशवाहा ने कहा कि ये कार्यक्रम आगे भी चलेगा। मुजफ्फरपुर में 20 अक्टूबर, गया में 3 नवंबर को जबकि मुंगेर में 24 नवम्बर और पूर्णिया में 25 नवम्बर को ये कार्यक्रम होगा। 

Web Title: Bihar: Upendra Kushwaha said on seat sharing, not trusted 20-20 on gulli danda

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