नीतीश कुमार को झटका देकर भाजपा का दामन थाम सकते हैं कुशवाहा!, जदयू और राजद के बीच खींचतान जारी, जानें पूरा मामला
By एस पी सिन्हा | Published: January 23, 2023 05:35 PM2023-01-23T17:35:44+5:302023-01-23T17:36:36+5:30
विजय कुमार सिन्हा ने सीधे तौर पर कहा है कि जिन लोगों को अपने पूर्वजों पर गर्व है और राष्ट्रवाद के साथ चलना चाहते हैं, वैसे सभी लोगों का भाजपा में स्वागत है।
पटनाः बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन के मुख्य दल जदयू और राजद के बीच खींचतान जारी है। उधर, उपेंद्र कुशवाहा की भाजपा से बढ़ी नजदीकियों को लेकर जदयू के अंदर घमासान मचा हुआ है। कयास लगाए जा रहे हैं कि कुशवाहा एक बार फिर जदयू को झटका देकर भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
कुशवाहा को लेकर जारी अटकलों के बीच नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सीधे तौर पर कहा है कि जिन लोगों को अपने पूर्वजों पर गर्व है और राष्ट्रवाद के साथ चलना चाहते हैं, वैसे सभी लोगों का भाजपा में स्वागत है। उन्होंने कहा कि जदयू पार्टी विलीन होने जा रही है और जल्दी ही उसका नामो-निशान मिट जाएगा। कोई ताकत नहीं है कि वह अब जदयू को बचा ले।
बिहार की जनता ने जिस जंगलराज वालों को 22 सीट पर लाकर विदा कर दिया था, उससे गठबंधन कर नीतीश कुमार ने उसे जिंदा कर दिया। जिसका नतीजा है कि बिहार के अंदर अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है। आज जिन लोगों की हत्याएं हो रही हैं और जो अपराधियों की गोली के शिकार हो रहे हैं। वे किसी एक समाज के लोग नहीं हैं।
हर समाज के लोगों के साथ हो रहे अत्याचार के जिम्मेवार सिर्फ और सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार की जनता ने जिस जंगलराज वालों को 22 सीट पर लाकर विदा कर दिया था। उससे गठबंधन कर नीतीश कुमार ने उसे जिंदा कर दिया। जिसका नतीजा है कि बिहार के अंदर अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता का जनादेश नीतीश और तेजस्वी के नहीं बल्कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिला था। नीतीश और तेजस्वी ने चोर दरवाजे से सत्ता में घुसकर जनादेश का अपमान करने का काम किया है। विजय सिन्हा ने कहा कि नीतीश कमार को चाहिए कि वे इस्तीफा देकर नए ढंग से चुनाव कराएं और तब जनता का जनादेश पाकर दिखाएं।
वहीं, सीवान में जहरीली शराब पीने से हुई पांच लोगों की मौत पर विजय सिन्हा ने कहा कि अगर सरकार ने छपरा में हुए शराबकांड के खिलाफ गंभीरता से पहल करती और प्रशासन में बैठे भ्रष्ट पदाधिकारियों को हटा देती तो लोगों की जान नहीं गई होती। छपरा के एसपी के संरक्षण में शराब का खेल हो रहा है। हर थाना दारू और बालू के खेल में लगा हुआ है।
सरकार के अधिकारी शराब कारोबारियों से मिले हुए हैं। सीवान में पहले भी जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत हुई थी और फिर से वही घटना हुई है। उन्होंने कहा कि अपने अहंकार को छोड़कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पीड़ितों की सहायता करें। गृह विभाग का जिम्मा खुद मुख्यमंत्री के पास है और उनके भ्रष्ट पुलिस और प्रशासन के कारण बिहार में यह नरसंहार हो रहा है।
बिहार में हो रहे नरसंहार के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिम्मेवार हैं। मुख्यमंत्री के बड़े भाई जातीय नरसंहार कराते थे और खुद नीतीश कुमार जहरीली शराब पिलाकर लोगों का नरसंहार करा रहे हैं। छपरा और सीवान में समाधान यात्रा करने गए थे तो क्या समीक्षा नहीं किए थे? ये आपकी विदाई यात्रा होगी, इसे कोई नहीं रोक सकता है।