Bihar Tirhut MLC Election: बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव रहने के दौरान केके पाठक ने जिस शिक्षक को बर्खास्त किया था, वही अब चुनाव में विधान पार्षद बन गया है। के.के पाठक से टक्कर लेने वाले शिक्षक बंशीधर बृजवासी ने जदयू के किला को ध्वस्त कर दिया है। शिक्षक नेता बंशीधर ब्रजवासी ने तिरहुत स्नातक उपचुनाव में नीतीश, तेजस्वी और प्रशांत किशोर को पछाड़ते हुए चुनाव को अपने नाम कर लिया है। बता दें कि तिरहुत स्नातक विधान परिषद चुनाव में मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा था। माना जा रहा था कि जदयू, राजद और जनसुराज के प्रत्याशी एक दूसरे को कड़ी टक्कर देंगे।
कुछ राजनीतिक जानकारों का मानना था कि जदयू प्रत्याशी ही चुनाव में जीत दर्ज करेंगे। 9 दिसंबर को वोटों की गिनती शुरु होते ही चौंकाने वाले परिणाम सामने आने लगे। जदयू प्रत्य़ाशी अभिषेक झा पहले राउंड से ही टॉप-3 की रेस से बाहर रहे। वहीं निर्दलीय प्रत्याशी का जलवा पहले राउंड से ही बरकरार रहा।
निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर ब्रजवासी के अलावा जनसुराज के प्रत्याशी विनायक गौतम भी दूसरे नंबर पर बने रहे। वहीं तीसरे नंबर पर राजद प्रत्याशी गोपी किशन रहे। वंशीधर ब्रजवासी ने सभी प्रतिद्वंद्वी को पीछे छोड़ते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत हासिल किया।
दूसरे नम्बर पर जन सुराज के डॉ विनायक गौतम रहे। निर्दलीय प्रत्याशी और शिक्षक नेता बंशीधर ब्रजवासी बिहार भर में तब चर्चा में आए जब उन्हें शिक्षा विभाग के तत्कालीन एसीएस के.के पाठक ने बर्खास्त कर दिया था। वंशीधर शिक्षक थे और वह के.के पाठक से भिड़ गए थे। जिसके बाद उनपर कार्रवाई हुई और वो बर्खास्त हो गए।
इसके बाद बंशीधर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर तिरहुत स्नातक विधान परिषद चुनाव में उतरे। अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए बंशीधर ब्रजवासी ने शिक्षकों और स्नातकों के अधिकारों की लड़ाई को अपनी पहली प्राथमिकता बताया था। अपने चुनाव प्रचार के दौरान बंशीधर ब्रजवासी पटना में शिक्षकों पर लाठीचार्ज, पानी की बौछार और अन्य दमनात्मक कार्रवाईयों का लगातार जिक्र करते रहे। उन्हें इन सभी मुद्दों का फायदा भी मिला। हैरानी की बात है कि बिहार के दोनों प्रमुख सियासी दलों राजद और जदयू के प्रत्याशी वोटरों द्वार नकार दिए गए।
राजद के गोपी किशन को 11600 वोट मिले हैं। जदयू के अभिषेक झा को 10316 वोट मिले हैं। बंशीधर ब्रजवासी मुजफ्फरपुर के मरवन प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय रक्सा पूर्वी में प्रखंड शिक्षक थे। उन्होंने 2005 में ज्वाइन किया था। बंशीधर ब्रजवासी ने एमए और बी.एड की पढ़ाई की है। बंशीधर ब्रजवासी के पिता स्व नंदकिशोर सहनी भी शिक्षक थे।
बृजवासी ने यह उपचुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ा था। उन्हें सरकार विरोधी प्रदर्शन में भाग लेने के कारण इस साल जुलाई में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। उपचुनाव में जीत के बाद बृजवासी के समर्थकों ने मुजफ्फरपुर के मतगणना केंद्र पर जश्न मनाया।
तिरहुत प्रमंडल के चार जिलों मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीतामढी और शिवहर के मतदाताओं ने उपचुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया था, जिसमें प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार विनायक गौतम दूसरे स्थान पर रहे। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उम्मीदवार गोपी किशन तीसरे स्थान पर रहे। इस उपचुनाव में कुल 18 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे।