बिहार: स्पीकर विजय कुमार सिन्हा 24 घंटे में हुए कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव, फिर भी न बच सकी सरकार
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 9, 2022 05:26 PM2022-08-09T17:26:56+5:302022-08-09T17:32:47+5:30
नीतीश कुमार को विधानसभा में छकाने वाले स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने 24 घंटे में कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हो गये लेकिन सरकार गिरने का खेल उनके पाले में न आकर इस्तीफे के तौर पर राज्यपाल के पहुंच गया और वो हाथ पर हाथ धरे बैठे रह गये।
पटना:बिहार की सियासत में कल तक अर्श पर रहने वाली भाजपा आज फर्श पर नजर आ रही है। नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान को इस्तीफा देकर औपचारिक तौर से एनडीए को अलविदा कह दिया। लेकिन इस घटनाक्रम से पहले नीतीश कुमार बीते 15 दिनों से कोरोना पीड़ित थे और 10, सर्कुलर स्थित उनसे आवास के दरवाजे को भाजपा नेताओं के लिए बंद कर दिया था।
इस बीच नीतीश कुमार को विधानसभा में छकाने वाले स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने भी ऐलान कर दिया कि उन्हें भी कोरोना हो गया है और वो भी अज्ञातवास में चले गये थे। लेकिन बीते सोमवार को जैसे की सत्ता की सियासत में हलचल तेज होने लगी। सभी दलों के विधायक पटना में जुटने लगे।
होम क्वारंटीन में चल रहे स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने कोरोना टेस्ट की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के 24 घंटे के भीतर कह दिया कि वो कोरोना नेगेटिव हो गये हैं और विधानसभा में अपने आसन पर बैठने के लिए पूरी तरह से स्वस्थ्य हो चुके हैं।
अब इस मामले में स्पीकर विजय कुमार सिन्हा पर आरोप लग रहा है कि वो सरकार के गिरने के भय से और भाजपा विधायकों को दर-बदर होने के खतरे को भांपते हुए कोरोना नेगेटिव होकर सियासत में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रस्तुत हो गये हैं। मालूम हो कि विजय कुमार सिन्हा भाजपा के सदस्य हैं, जिनके मंत्रियों को बर्खास्त करते हुए नीतीश कुमार ने मौजूदा सरकार से इस्तीफा दे दिया है और राजद से हाथ मिलाकर नई सरकार बनाने जा रहे हैं।
इस बीच सोमवार की रात में विधानसभा के स्पीकर विजय कुमार सिन्हा से मिलने वालों में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे और भाजपा नेता राम नारायण मंडल शामिल थे। खबरों के मुताबिक स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने पिछले साल मार्च में सदन में हुई उस घटना में कुछ राजद विधायकों को अयोग्य ठहरा सकते हैं, जिन्होंने उन्हें सदन में बंधक बना लिया था और उन्हें आजाद कराने के लिए बिहार पुलिस को सदन में बुलाया गया था।
जानकारी के मुताबिक उस मामले में शामिल राजद के करीब 18 विधायकों को कथित तौर पर निलंबित करने के लिए स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने खुद को एक दिन में ही स्वस्थ्य बताते कोरोना नेगेटिव घोषित कर दिया।
मालूम हो कि साल 2020 के विधानसभा में राजद सबसे बड़ा दल है और उसके पास कुल 79 विधायक हैं। बिहार विधानसभा में कुल 242 सीटें हैं। नीतीश कुमार ने राजद के इन्हीं 79 विधायकों और अपनी पार्टी के 44 विधायकों को मिलाकर भाजपा से किनारा करने का तय किया है। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)