Bihar Rajya Sabha Election 2024: शाहनवाज हुसैन या आरके सिंह, कौन मारेगा बाजी!, एक सीट और कई दावेदार, राज्यसभा में किसकी लॉटरी
By एस पी सिन्हा | Published: August 9, 2024 03:41 PM2024-08-09T15:41:08+5:302024-08-09T15:42:23+5:30
Bihar Rajya Sabha Election 2024: एनडीए में भाजपा के पास 78, जदयू 43, हम 3 और दो निर्दलीय विधायक ने समर्थन दे रखा है।
Bihar Rajya Sabha Election 2024: बिहार से राज्यसभा की सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर सियासी गलियारे में हलचल बढ़ हो गई। एनडीए की ओर से अभी तक एक सीट पर राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा का नाम तय होने के बाद अब दूसरे सीट के लिए गुणा भाग बिठाया जने लगा है। चर्चा है कि दूसरे सीट से भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन को भेजा जा सकता है। दरअसल, शाहनवाज हुसैन ने लोकसभा चुनाव में एनडीए उम्मीदवारों की जीत के लिए जमकर पसीना बहाया था। शाहनवाज हुसैन साफ सुथरी छवि के नेता माने जाते हैं और केंद्र की वाजपेयी सरकार के अलावे बिहार में नीतीश मंत्रिमंडल में भी मंत्री रह चुके हैं। शाहनवाज हुसैन फिलहाल किसी भी सदन के सदस्य नहीं है। एक तो स्वच्छ छवि और दूसरे अल्पसंख्यक होने का फायदा उन्हें मिल सकता है।
इसके साथ ही नीतीश कुमार के भी नजदीकी भी माने जाते हैं। हालांकि इनके अलावे राजपूत समाज से आने वाले आरके सिंह के नाम की भी चर्चा चल रही है। एनडीए में भाजपा किसी सवर्ण को राज्यसभा पर विचार करेगी तो उसमें आरके सिंह फीट बैठ सकते हैं। आरके सिंह आरा से लोकसभा चुनाव हार गए हैं, लेकिन उन्होंने केंद्रीय मंत्री रहते काफी बेहतर काम किया था।
ऐसे में भाजपा उनके अनुभव का फायदा उठा सकती है। चर्चा है कि केंद्र में किसी भी राजपूत को मंत्री नहीं बनाया गया है, जिसकी वजह से राजपूत नेताओं में नाराजगी बताई जा रही है। ऐसी स्थिति में विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा राजपूत समाज की नाराजगी को दूर करना चाहेगी। उल्लेखनीय है कि बिहार से राज्यसभा की दो सीट खाली हुई है।
जिसमें राजद की राज्यसभा सांसद मीसा भारती के पाटलिपुत्र संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद और दूसरी सीट विवेक ठाकुर के नवादा से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद रिक्त हुई है। बिहार विधानसभा में संख्या बल के लिहाज से एनडीए को दोनों सीट जीतने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
फिलहाल एनडीए में भाजपा के पास 78, जदयू 43, हम 3 और दो निर्दलीय विधायक ने समर्थन दे रखा है। वहीं दूसरी इंडिया गठबंधन में राजद के 77 विधायक हैं। उसके दो विधायक सुरेंद्र यादव जहानाबाद से और सुधाकर सिंह बक्सर से सांसद हो गए हैं। ऐसे में राजद विधायकों की संख्या घटकर 75 रह गई है।
इसके अलावा राजद के तीन विधायक प्रह्लाद यादव, चेतन आनंद और नीलम देवी ने एनडीए को समर्थन दे रखा है, जिसकी वजह से इनकी सदस्यता का मामला अभी विधान सभा अध्यक्ष के पास चल रहा है। हालांकि, इस पर फिलहाल अभी कुछ फैसला आने की संभावना नहीं है। वहीं, संगीता देवी और भरत बिंद के बारे में भी कहा जाता है कि वे एनडीए के प्रत्याशी को समर्थन कर सकते हैं।
वहीं, कांग्रेस के एक विधायक मुरारी गौतम ने भी एनडीए को समर्थन दे रखा है। ऐसे में एनडीए के लिए राह आसान मानी जा रही है। जबकि भाकपा माले के दो विधायक सांसद बन गए हैं, जिसकी वजह से इंडिया ठबंधन के विधायकों की संख्या काफी घट गई है। ऐसी परिस्थिति में राजद की ओर से किसी उम्मीदवार को उतारे जाने की संभावना नहीं के बराबर है।