Bihar Rajya Sabha By Election 2022: जदयू नेता अनिल हेगड़े निर्विरोध निर्वाचित, कार्यकाल 2024 तक, सीएम नीतीश को दिया धन्यवाद
By एस पी सिन्हा | Published: May 23, 2022 09:51 PM2022-05-23T21:51:28+5:302022-05-23T21:52:33+5:30
Bihar Rajya Sabha By Election 2022: अनिल हेगड़े ने विधानसभा परिसर से निर्वाचन का अपना प्रमाणपत्र प्राप्त किया और सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर पहुंचे और पार्टी के वरिष्ठ नेता को धन्यवाद दिया।
Bihar Rajya Sabha By Election 2022: जनता दल (यूनाइटेड) नेता अनिल हेगड़े को सोमवार को बिहार से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। हेगड़े एक उपचुनाव में राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए।
हेगड़े ने विधानसभा परिसर से निर्वाचन का अपना प्रमाणपत्र प्राप्त किया और सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर पहुंचे और पार्टी के वरिष्ठ नेता को धन्यवाद दिया। कुमार ने राज्यसभा टिकट के लिए हेगड़े का नाम चुनकर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया था। पिछले साल दिसंबर में महेंद्र प्रसाद के निधन के कारण राज्यसभा सीट के लिए यह उपचुनाव कराना पड़ा था।
JD(U) leader Anil Hegde declared elected unopposed to Rajya Sabha from Bihar in by-poll necessitated by death of party MP Mahendra Prasad in December last year.
— Press Trust of India (@PTI_News) May 23, 2022
कर्नाटक में जन्मे हेगड़े का कार्यकाल वर्ष 2024 तक होगा। हेगड़े को नीतीश कुमार से दिवंगत जॉर्ज फर्नांडीस ने मिलवाया था। इस बीच अब सभी की निगाहें राज्य से राज्यसभा की पांच सीटों के लिए होने वाले द्विवार्षिक चुनाव पर टिकी हैं जिसके लिए मंगलवार को अधिसूचना जारी होने के साथ ही प्रक्रिया शुरू होनी है।
जिन पांच सीटों के लिए चुनाव होने हैं उनमें जदयू और सहयोगी भाजपा के पास दो-दो सीटें जबकि राजद के पास एक सीट है। हालांकि बिहार विधानसभा में सीटों की संख्या में कमी होने के कारण जदयू के इस बार सिर्फ एक सीट के साथ समझौता करने की संभावना है जिसका लाभ राजद को होगा।
Simplicity is the hallmark of Anil Hegde. Nice to see such people still get a place in the Upper House of Parliament. https://t.co/BNnVcFqFHb
— Ashok Upadhyay (@ashoupadhyay) May 23, 2022
जदयू से टिकट के मुख्य दावेदार केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह हैं, जिनका कार्यकाल समाप्त होने वाला है। उत्तर प्रदेश कैडर के एक पूर्व आईएएस अधिकारी सिंह ने राजनीति में प्रवेश करने के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी और 2010 में जदयू में शामिल हुए थे। सिंह उसी कुर्मी जाति और नालंदा जिले से हैं जहां से नीतीश कुमार आते हैं।
हालांकि सिंह का पार्टी से राज्यसभा का एक और कार्यकाल हासिल कर पाना कठिन माना जा रहा है क्योंकि पार्टी के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के साथ उनके समीकरण हाल के दिनों में ठीक नहीं रहे हैं। राजद में राज्यसभा की एक सीट पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की सबसे बड़ी बेटी मीसा भारती को जाना लगभग तय है।
मीसा अपने माता-पिता की नौ बेटियों में अकेली हैं जो राजनीति में सक्रिय हैं। राजद ने दूसरी सीट के लिए अपने उम्मीदवार का फैसला अभी नहीं किया है। भाजपा की चुनाव समिति की सोमवार को बैठक जारी है जिसमें वह अपने संभावित उम्मीदवारों के नाम तय करके नयी दिल्ली में आलाकमान को भेजेगी जहां से अंतिम घोषणा की जाएगी।