नेपाल में बारिश से उत्तरी बिहार में हाहाकार, दूल्हा नाव से दुल्हन के घर पहुंचा और शादी की
By एस पी सिन्हा | Published: July 9, 2021 06:16 PM2021-07-09T18:16:59+5:302021-07-09T20:21:58+5:30
बिहार में मुजफ्फरपुर जिले के मुशहरी के आथर गांव का मामला है. दरभंगा, समस्तीपुर और पूर्वी चंपारण में गंडक, बागमती और बूढ़ी गंडक लाल निशान के ऊपर बह रही है.
पटनाः नेपाल के तराई इलाकों में लागातार हो रही बारिश के कारण उत्तर बिहार की नदियां एकबार फिर से अपना रौद्र रूप दिखाने लगी हैं.
नदियों के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी के कारण उत्तर बिहार में बाढ़ का कहर तांडव मचाना शुरू कर दिया है. वहीं बाढ़ से बने हालात के बीच मुजफ्फरपुर से एक अनोखी शादी की तस्वीरें सामने आई हैं. बाढ़ की वजह से दूल्हा नाव से दुल्हन के घर पहुंचा और नाव पर ही शादी की सारी रस्में पूरी हुईं. मामला मुजफ्फरपुर जिले के मुशहरी के आथर गांव का है.
गांव में चारों ओर पानी ही पानी है. गांव को पार करने के लिए नाव ही केवल एक रास्ता बचा है. ऐसे में जब रेणु की सकरा मुरौल गांव के प्रवीण से शादी की बात चली तो लड़के वाले शादी से मुकरने लगे. बाढ़ का पानी बढ़ जाने से लड़की के गांव में जाना भी मुश्किल था. शादी टालने की नौबत आ रही थी, लेकिन प्रवीण ने ठान लिया कि जैसे भी हो वह अपनी दुल्हनिया को लेने जाएगा.
वीडियो भी तैयार कर लिया और इसे सोशल मीडिया पर डाला
इसके बाद उसने नाव का इंतजाम किया. अपने परिजन और करीबियों को लेकर वह तय दिन और समय पर बाढ़ के पानी को पार करते हुए लड़की के गांव पहुंचा, शादी की और फिर उसी नाव से लेकर अपनी पत्नी को वापस अपने घर ले आया. नाव से आने-जाने का किसी ने वीडियो भी तैयार कर लिया और इसे सोशल मीडिया पर डाल दिया. अब इस अनोखी शादी की चर्चा हर तरफ हो रही है.
उधर, केवटी अधवारा समूह के कमला बागमती नदी का जमीन दारी बांध टूट गया है. बांध के टूट जाने से करीब के दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. बताया जा रहा है कि करीब तीस फीट कोठिया वाजितपुर के बीच रामभरती के समीप सुबह में टूट जाने से बाढ़ का पानी कोठिया शेखपुर दानी जलवारा सहित एक दर्जन पंचायत में फैल गया.
नए इलाके में बाढ़ का तांडव जारी
कोसी, सहरसा, सुपौल, खगडिया में, गंडक गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, समस्तीपुर और पूर्वी चंपारण में गंडक, बागमती और बूढ़ी गंडक लाल निशान के ऊपर बह रही है. इधर, बागमती के साथ बूढ़ी गंडक में आई बाढ़ से मोतिहारी जिले के विभिन्न गांवों का मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग हो चुका है. नए इलाके में बाढ़ का तांडव मचा रहा है.
बूढी गंडक के जर्जर हो चुके तटबंध में कुछ जगहों पर रिसाव से ग्रामीण भयभीत है. जिसके मरम्मत के लिये गंडक परियोजना के अधिकारियों की उदासीनता व लापारवाही जलस्तर में वृद्धि से खतरे की घंटी बज रही है. वहीं, कोरोना के गहराए संकट और संक्रमण के खतरे को देखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राहत कैंपों में कोरोना जांच और टीकाकरण का काम अनिवार्य रूप से कराने का निर्देश दिया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जांच के दौरान कैंप में जो भी संक्रमित पाए जाते हैं, उनके रहने और देखभाल की अलग से व्यवस्था की जाए. मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण और बाढ़ दोनों के एकसाथ सामने होने पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि अभी कोरोना का दौर भी है और साथ ही अब बाढ़ की स्थिति भी सामने है. इसलिए प्रभावित क्षेत्रों में बचाव एवं राहत का काम योजनाबद्ध तरीके से करें और आगे के लिए पूरी तरह से सतर्क रहें. उन्होंने इस दौरान सभी तैयारियों को रखने का निर्देश भी दिया है.