Bihar Politics: सियासी हलचल के बीच जदयू-राजद ने विधायकों को किया तलब, सियासी गलियारों में बाजार गर्म, भाजपा के रवैया से नाराज सीएम नीतीश!
By एस पी सिन्हा | Published: August 7, 2022 07:49 PM2022-08-07T19:49:10+5:302022-08-07T19:50:13+5:30
Bihar Politics: 9 अगस्त को ’हम’ विधायक दल की बैठक भी बुलाई गई है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के आवास पर यह बैठक होनी है.
पटनाः पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के जदयू से इस्तीफे के बाद से बिहार की राजनीति में घमासान मचा हुआ है. राज्य की राजनीति में आने वाले कुछ दिन काफी महत्वपूर्ण होने वाला है. दरअसल, जदयू और राजद के सभी विधायकों को तुरंत पटना आने को कहा गया है. ऐसे में राज्य के सियासी गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म है.
कहा जा रहा है कि क्या बिहार की सियासत में भूचाल आने वाला है? विधायकों की होने वाली बैठक का विषय अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है. हालांकि बताया जा रहा है कि भाजपा का साथ गठबंधन के भविष्य को लेकर चर्चा हो सकती है. वहीं, दूसरी ओर 9 अगस्त को ’हम’ विधायक दल की बैठक भी बुलाई गई है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के आवास पर यह बैठक होनी है.
बताया जा रहा है कि मौजूदा सियासी हालात को लेकर बैठक होगी. इसबीच जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने एनडीए गठबंधन पर कहा है कि आज हैं कल किसका भरोसा? उन्होंने कहा कि हम भाजपा से गठबंधन की बात को नकार नहीं रहे हैं. मगर अभी इस पर बात करने का कोई मतलब नहीं है. जब चुनाव आएंगे, तब देखा जाएगा.
लेकिन ललन सिंह ने भाजपा का नाम लिए बगैर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि साजिश कौन कर रहा है? सबको पता है. वक्त आएगा तो खुलकर बता देंगे. बता दें कि नीतीश कुमार लगातार भाजपा के रवैया से नाराज चल रहे हैं. उन्होंने भाजपा से दूरी बनानी शुरू कर दी है. जदयू ने आज फिर एक नया संकेत दिया.
तेजस्वी यादव ने भाजपा के खिलाफ आज पटना की सड़क पर मार्च किया था. ललन सिंह ने तेजस्वी द्वारा उठाये जा रहे मुद्दे को सही करार दिया. ललन सिंह ने कहा कि हम क्यों तेजस्वी यादव के आंदोलन के विरोध में बोलें? ललन सिंह ने कहा कि महंगाई तो वाकई बढ़ी है. ये जनता का मुद्दा है.
अगर तेजस्वी को लगता है कि ये जनता का मुद्दा है और वे जनता के मुद्दे पर आंदोलन कर रहे हैं तो हम उनका विरोध क्यों करें? ललन सिंह के दो लाइन का बयान सारी सियासी घटनाक्रमों को साफ कर गया है. पिछले एक महीने से लगातार ऐसे संकेत मिल रहे हैं जो बता रहे हैं कि जदयू और राजद के बीच किस तरह का मधुर संबंध बन रहा है.
नीतीश कुमार और तेजस्वी के बीच मुलाकात की खबरें सामने आ चुकी हैं. नीतीश कुमार के लालू यादव से टेलीफोन पर बातचीत की खबर भी सामने आई है. उधर, तेजस्वी यादव के खिलाफ जदयू का कोई नेता एक शब्द भी नहीं बोल रहा है. वहीं राजद नेताओं ने नीतीश के खिलाफ बोलना बंद कर दिया है.
ऐसे में जदयू अध्यक्ष ललन सिंह का आज का बयान सियासी कयासों की पुष्टि करता दिख रहा है. जदयू का ये स्टैंड भी साफ कर गया है कि अंदर ही अंदर कुछ और खिचड़ी पक रही है. सूत्र बता रहे हैं कि दो-चार दिनों में कोई बड़ा खेल हो सकता है. हालांकि, इस पूरे प्रकरण की खबर भाजपा के आलाकमान को भी है. भाजपा नेतृत्व भी डैमेज कंट्रोल में लगा है. लेकिन यह वक्त ही बतायेगा कि भाजपा कितना डैमेज कंट्रोल कर पाती है अथवा नीतीश महागठबंधन के गोद में जा बैठते हैं.