तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा के बिहार के लोगों को कथित गुंडा कहे जाने पर गरमाई सियासत, सभी दलों ने की निंदा, बताया क्या है बिहार
By एस पी सिन्हा | Published: July 29, 2021 09:16 PM2021-07-29T21:16:56+5:302021-07-29T21:25:42+5:30
बिहार के लोगों को कथित तौर पर गुंडा कहकर तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा बुरी तरह से विवादों में घिर गई हैं। महुआ मोइत्रा के इस विवादित बयान के बाद बिहार में सियासी पारा चढ गया है।
पटनाः बिहार के लोगों को कथित तौर पर गुंडा कहकर तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा बुरी तरह से विवादों में घिर गई हैं। महुआ मोइत्रा के इस विवादित बयान के बाद बिहार में सियासी पारा चढ गया है। इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीधे सीधे टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर हमला करते हुए कहा कि बिहार कई महापुरुषों की जन्मभूमि रही है बिहार के लोग मेहनती होते हैं और सबसे अधिक आईएएस-आईपीएस यहीं से होते हैं।
तेजस्वी ने कहा कि यह दुखद है कि लोग ऐसे बयान देते हैं। दुनिया का पहला विश्वविद्यालय यहां पर खुला है। बिहार के लोग मेहनती होते हैं। बिहार के लोग देश को बनाने का भी काम करते हैं और देश को चलाने का काम भी करते हैं। इसलिए किसी को भी ऐसा बयान नहीं देना चाहिए।
वहीं, सत्ताधारी जदयू ने इसे भाषाई गुंडा करार दिया है। जदयू के विधान पार्षद व प्रवक्ता मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि महुआ मोइत्रा ने जिस भाषा का प्रयोग किया है, वह भाषा ही गुंडई है। ऐसे भाषा के लम्पटीकरण पर कार्रवाई होनी चाहिए। बिहार चाणक्य और आर्यभट्ट की धरती रही है, यहां ज्ञान की बात होती है ना की गुंडई की। ऐसे बयानों के लिए सांसद को माफी मांगनी चाहिए, अन्यथा कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।
वहीं सीपीआईएम के विधायक ने कहा कि वह किस तरह से राजनीति में आए हैं शायद जानकारी नहीं है क्या? उन्होंने कहा कि एक सांसद को यह शोभा नहीं देता कि वह किसी प्रदेश के लोगों के लिए इस तरह की भाषा का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि वह पहले खुद को देखें कि वह कौन सी पृष्ठभूमि से आई हैं?
इस मामले को लेकर भाजपा के विधायक हरिभूषण बचौल ने कहा कि बिहार के लोग गुंडे नहीं गौरव होते हैं। उन्होंने कहा कि अगर जल्द से जल्द माफी मांगे नहीं तो दिल्ली में रह रहे लोग उनको वहां रहना मुश्किल कर देंगे और ईंट से ईंट बजा देंगे। वहीं विधायक संजय सरावगी ने कहा कि टीएमसी के लोगों का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है चाहे टीएमसी के पार्टी के नेता हो या मुख्यमंत्री हो सभी का दिमागी संतुलन खराब है।
उधर, टीएमसी सांसद के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने इसे बिहार के साथ पूरे हिंदीभाषी प्रदेशों का अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में किसी एक दल को नहीं बल्कि बिहार के सभी दलों को एक साथ मिलकर विरोध दर्ज कराना चाहिए। मिश्रा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग करते हुए कहा कि नीतीश कुमार बैठक कर सभी दलों को एक साथ लें और एक कड़ी प्रतिक्रिया दर्ज कराएं। ऐसे बयानों को बिहार का कोई भी बिहारी बर्दाश्त नहीं करेगा।