बिहार: टेक्सटाइल कारोबारी की परिवार संग आत्महत्या मामले में नया खुलासा, पति-पत्नी दोनों लेना चाहते थे तलाक
By एस पी सिन्हा | Published: June 13, 2019 07:51 PM2019-06-13T19:51:35+5:302019-06-13T19:51:35+5:30
प्राप्त जानकारी के अनुसार डीएसपी लॉ एंड आर्डर राकेश कुमार ने निशांत के बेडरूम को फिर से तीन घंटे तक सर्च किया तो पूरी कहानी सामने आ गई. पुलिस को बेडरूम से दो पेपर मिले, जिनसे पूरी घटना ही खुल गई और यह भी साफ हो गया कि निशांत बहुत ही डिप्रेशन में थे.
बिहार की राजधानी पटना में टेक्सटाइल कारोबारी निशांत सर्राफ उर्फ निशु का पूरे परिवार के साथ आत्महत्या के पीछे का राज खुल गया है. इस मामले में नया खुलासा हुआ है. सूत्रों की मानें तो निशांत की पत्नी अल्का उनसे तलाक लेना चाहती थी. पुलिस ने तलाक से संबंधित कई तरह के दस्तावेज बरामद किये हैं. दस्तावेज के मुताबिक कयास लगाए जा रहे हैं कि निशांत पिछले 6 साल से डिप्रेशन में थे. बताया गया है कि खेतान मार्केट स्थित शोरूम को उद्घाटन भी निशांत की गैरहाजिरी में हुआ था.
प्राप्त जानकारी के अनुसार डीएसपी लॉ एंड आर्डर राकेश कुमार ने निशांत के बेडरूम को फिर से तीन घंटे तक सर्च किया तो पूरी कहानी सामने आ गई. पुलिस को बेडरूम से दो पेपर मिले, जिनसे पूरी घटना ही खुल गई और यह भी साफ हो गया कि निशांत बहुत ही डिप्रेशन में थे. पुलिस ने उनके कमरे से तलाक पेपर बरामद किया है.
पता चला है कि निशांत का पत्नी अलका से संबंध अच्छा नहीं था. दोनों के संबंधों में तल्खी थी. वे झगडते थे. यह विवाद तलाक तक पहुंच गया था. निशांत की पत्नी अलका तलाक लेना चाहती थीं. इसकी तैयारी अंदर-अंदर हो गई थी. दोनों तलाक के पेपर पर हस्ताक्षर कर चुके थे, लेकिन अभी यह फाइल नहीं हुआ था. इसके अलावा एक दूसरा सुसाइड लेटर भी मिला है. इसे निशांत ने पिता अशोक सर्राफ के नाम लिखा है. पुलिस ने इस दोनों कागजात को बरामद करने के बाद यह साफ कर दिया है कि यह मामला आत्महत्या का है. निशांत काफी डिप्रेशन में थे, इसलिए उन्होंने पत्नी और बेटी की हत्या कर दी और खुद को गोली मारकर खत्म कर लिया. वहीं, बेटा अभी जिदंगी के लिए स्थानीय अस्पताल में संघर्ष कर रहा है.
वैसे पति-पत्नी का विवाद भले ही तलाक की हद तक पहुंच गया हो, पर लोग यह मानने को तैयार नहीं हैं. उनके कुछ रिश्तेदारों का कहना है कि निशांत ऐसे नहीं थे. वह अपने ही हाथों अपने परिवार को मिटा नहीं सकते थे.
वहीं, निशांत ने अपने सुसाइड लेटर में लिखा है, "पापा, मैंने दोस्त सुमित से रू. 12 लाख ब्याज पर लिये हैं. उसे ब्याज समेत वापस कर दीजिएगा. मुझे माफ कर दीजिएगा पापा. मैं पांच-छह साल से बहुत परेशान हूं. मुझे लग रहा था परिस्थितियां बदलेंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
वहीं, पुलिस ने घटना के दिन निशांत का मोबाइल फोन कब्जे में लिया था. निशांत का लैपटॉप भी हाथ लग गया. अब निशांत व अलका के मोबाइल फोन और लैपटॉप से जांच की जा रही है. मैसेंजर, एसएमस, व्हाट्सएप और सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म पर मौजूद निशांत और अलका की चैटिंग व अन्य चीजों को खंगाला जा रहा है, क्योंकि पुलिस अभी यह साफ नहीं कर पायी है कि अगर यह सुसाइड था तो क्यों ऐसा हुआ? पुलिस को उम्मीद है कि मोबाइल फोन और लैपटॉप से घटना के बारे में कुछ जानकारी मिलेगी.
पति-पत्नी के बीच अगर विवाद होता था तो इसकी मूल वजह क्या थी? विवाद कैसा था, आखिर कौन-सी ऐसी गुत्थी, जिसे परिवार नहीं सुलझा पा रहा था. पुलिस को जांच में एक और चीज साफ हुई कि अलका सर्राफ सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहती थीं. पुलिस एफएसएल रिपोर्ट के इंतजार है. फिंगरप्रिंट से यह देखा जा रहा है कि घर में कोई बाहरी व्यक्ति तो नहीं घुसा था. फिलहाल जांच जारी है. पुलिस ने सुसाइड नोट को कब्जे में लिया है और हैंडराइटिंग एक्सपर्ट से इसकी करायी जा रही है. पुलिस यह साफ करना चाहती है कि सुसाइड नोट निशांत ने खुद लिखा है या नहीं?