लालू परिवार में घमासान, तेजप्रताप ने तेजस्वी यादव के सामने खड़ी की चुनौती, बिहार विधानसभा उपचुनाव में उतारे प्रत्याशी, मुश्किल में राजद
By एस पी सिन्हा | Published: October 9, 2021 05:49 PM2021-10-09T17:49:42+5:302021-10-09T17:50:52+5:30
राजद के विधायक और लालू प्रसाद यादव के बडे़ बेटे तेजप्रताप यादव ने अब खुलकर मोर्चा खोल दिया है. तेजस्वी यादव की मुश्किल उनके भाई तेजप्रताप यादव ने और भी बढ़ा दिया है.
पटनाः बिहार विधान सभा की दो सीटों के लिए हो रहे उप-चुनाव को लेकर एक तरफ एनडीए एकजुट है, वहीं महागठबंधन में घमासान जारी है. दोनों सीटों पर जहां राजद और कांग्रेस के उम्मीदवार एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं, वहीं दूसरी ओर लालू परिवार में मचा घमासान और भी ज्यादा तेज हो गया है.
राजद के विधायक और लालू प्रसाद यादव के बडे़ बेटे तेजप्रताप यादव ने अब खुलकर मोर्चा खोल दिया है. तेजस्वी यादव की मुश्किल उनके भाई तेजप्रताप यादव ने और भी बढ़ा दिया है. तेजप्रताप ने अपने संगठन छात्र जनशक्ति परिषद के नेता को निर्दलीय तारापुर के चुनाव मैदान में उतार दिया है. इस खबर ने बिहार के सियासी गलियारे में हड़कंप मचा दिया है.
कल नामांकन के आखिरी दिन असरगंज माछिडीह के रहने वाले राजद के पूर्व नेता और पहले कांग्रेस से तारापुर विधानसभा से चुनाव लड़ चुके संजय कुमार यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा भर दिया. इस तरह से उपचुनाव में राजद के कृष्ण और अर्जुन के उम्मीदार आमने-सामने हो गये हैं. महागठबंधन में पहले ही कांग्रेस और राजद में दो फाड़ होने के बाद दोनों के अलग-अलग उम्मीदवार मैदान में थे.
अब लालू परिवार के अंदर चल रहे कलह ने राजद के लिए एक और चुनौती सामने ला दी है. नामांकन करने के बाद निर्दलीय प्रत्याशी संजय कुमार यादव ने कहा कि मैं छात्र जनशक्ति परिषद का प्रमंडलीय पदाधिकारी हूं. हमारे नेता तेज प्रताप के निर्देश पर मैंने यहां नामांकन किया है. निर्दलीय प्रत्याशी जरूर हूं, लेकिन छात्र जनशक्ति परिषद की शक्ति हमारे साथ है.
उन्होंने बताया कि छात्र जनशक्ति परिषद का ही मैं उम्मीदवार हूं, चूंकि अभी हमारी पार्टी को अभी मान्यता नहीं मिली है, इसलिए निर्दलीय उम्मीदवार हूं. उन्होंने बताया कि हमारे चुनाव प्रचार के लिए तेजप्रताप यादव तारापुर आएंगे. यहां रहकर हमारे लिए वोट मांगेंगे. उन्होंने कहा कि क्षेत्र का विकास करना ही उनकी प्राथमिकता होगी, इस बार जनता का साथ मिलेगा.
वर्षों से विकास के मामले में तारापुर उपेक्षित रहा है. संजय इससे पहले भी तारापुर से दो बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. इसबीच राजद के अंदर नाराज चल रहे तेजप्रताप अब खुलकर नाराजगी जताने लगे हैं. वहीं शिवानंद तिवारी ने उन्हें राजद से स्वतः निष्कासित बताकर मामले को और गर्मा दिया.
ऐ अँधेरे देख ले मुँह तेरा काला हो गया
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) October 8, 2021
माँ ने आँखें खोल दीं घर में उजाला हो गया…
मेरा नाम रहता ना रहता मां और दीदी का नाम रहना चाहिए था…
इस गलती के लिए बिहार की महिलाएं कभी माफ नहीं करेगीं,दशहरा में हम मां की ही अराधना करतें हैं ना जी…😭😭 pic.twitter.com/SpfImByK4C
वहीं, राजद ने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की तो तेजप्रताप उससे गायब दिखे. जिसके बाद उन्होंने खुलकर हमला बोला. खुद का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में न होने पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए ट्वीट भी किया. जिसमें उन्होंने लिखा कि मेरा नाम नहीं था तो कोई बात नहीं लेकिन मां राबड़ी देवी और बहन मीसा भारती का नाम तो होना चाहिए था.
प्रदेश की महिलाएं कभी माफ नहीं करेंगी. इससे पहले राजद ने शुक्रवार को अपने विधायक दल की बैठक बुलायी थी. तेजप्रताप ने उस बैठक का बहिष्कार कर दिया. राजद नेताओं से जब तेजप्रताप की गैरमौजूदगी की बात पूछी गई तो उन्होंने कहा कि वे पटना से बाहर हैं.
लेकिन उसी दौरान तेजप्रताप केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस के घर पर आयोजित स्व० रामविलास पासवान पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल होने पहुंच गये. इसबीच जदयू के प्रवक्ता अजय आलोक ने तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए कहा है कि रावण को जब विभीषण ने राम के खिलाफ युद्ध न करने की नसीहत दी तो रावण नहीं माना.
रावण ने विभीषण को गर्दन पकड कर बाहर कर दिया था. कौरवों को भी भीष्म पितामह ने बहुत समझाने की कोशिश की थी, लेकिन नहीं माने. नतीजा सामने है. आज भी कुछ ऐसा ही हो रहा है और नतीजा सामने है. वहीं, राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने भी पलटवार करते हुए कहा कि इस दशहरा में एनडीए रूपी रावण का वध होगा. एनडीए के राज में लोग हर तरह से त्रस्त हैं और न लोग सुरक्षित ही हैं. महंगाई चरम पर है, लोग परेशान और बेबस हैं. इसलिये इस दशहरा में एनडीए का नाश होगा उसका दहन होगा.