पटना में TET अभ्यर्थियों पर बरसीं पुलिस की लाठियां, लाठीचार्ज में कई महिला-पुरुष टीचर घायल, जानिए मामला
By एस पी सिन्हा | Published: January 19, 2021 07:12 PM2021-01-19T19:12:56+5:302021-01-19T19:14:11+5:30
लाठीचार्ज के दौरान एक दर्जन से अधिक अभ्यर्थी घायल हो गये, घायल अभ्यर्थियों को गर्दनीबाग अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
पटनाः बिहार की राजधानी पटना के गर्दनीबाग में पिछले दो दिनों से धरना पर बैठे शिक्षक अभ्यर्थियों पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाई है. पुलिस के लाठीचार्ज में कई महिला-पुरुष घायल हुए हैं.
प्राथमिक शिक्षक नियोजन प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरी करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी दोपहर बाद धरना स्थल के गेट पर आकर नारेबाजी करने लगे. इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. लाठीचार्ज के दौरान एक दर्जन से अधिक अभ्यर्थी घायल हो गये. घायल अभ्यर्थियों को गर्दनीबाग अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
धरना प्रदर्शन के दूसरे दिन अभ्यर्थियों की संख्या काफी बढ़ गई थी
प्राप्त जानकारी के अनुसार धरना स्थल पर आज सुबह से ही अभ्यर्थियों द्वारा नारेबाजी और मांग पूरा करने को लेकर प्रदर्शन चल रहा था. दोपहर दो बजे धरना स्थल के गेट पर कुछ अभ्यर्थियों ने उग्र प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. इसके बाद पुलिस ने दोनों गेट बंद करके लाठीचार्ज शुरू किया. धरना स्थल से सभी अभ्यर्थियों को हटाया गया. बता दें कि सूबे के सभी जिलों से टीईटी अभ्यर्थी 18 जनवरी से गर्दनीबाग धरना स्थल पहुंचे. चार दिवसीय आंदोलन और धरना प्रदर्शन के दूसरे दिन अभ्यर्थियों की संख्या काफी बढ़ गई थी.
अभ्यर्थियों की कहना है कि हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे. एनआईओएस डीएलएड शिक्षक संघ बिहार के अध्यक्ष सूरज गुप्ता ने बताया कि चार दिनों के धरना प्रदर्शन के लिए हमने प्रशासन से अनुमति ली थी. हम लोग शांतिपूर्ण बैठे थे, तभी पुलिस आकर लाठीचार्ज करने लगी.
पुलिस प्रशासन ने धरना स्थल के दोनों गेट को बंद करके लाठीचार्ज किया
पुलिस प्रशासन ने धरना स्थल के दोनों गेट को बंद करके लाठीचार्ज किया है. उन्होंने बताया कि भारी संख्या पुलिस पहुंची और जबरन धरना खत्म कराना चाहा. इससे धरना स्थल पर अचानक हुई लाठीचार्ज से अफरातफरी मच गई. विरोध कर रहे अभ्यर्थियों को पुलिस ने जमकर पीटा है. कुछ अभ्यर्थियों के सिर भी फूटे हैं, कई के हाथ में चोट आई हैं.
बताया जाता है कि प्रदर्शनकारियों की मांग है कि जिला स्तर पर ओपेन कैंप के माध्यम से काउंसिलिंग और नियुक्ति पत्र वितरण करने संबंधी शिड्यूल जल्द से जल्द जारी की जाए और काउंसिलिंग और नियुक्ति पत्र वितरण के उपरांत प्रमाण-पत्र की जांच की जाए और उसके बाद स्कूल में योगदान कराया जाए. अभ्यर्थियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर जल्द से जल्द बहाली नहीं की गई तो सभी प्रदर्शनकारी आत्मदाह करने को बाध्य होंगे. कड़ाके की ठंड में भी गर्दनीबाग धरना स्थल पर सैकड़ों नियोजित शिक्षक अभ्यर्थी डटे हुए थे.
सरकार से नियोजन को लेकर लिखित आश्वासन मांग रहे थे
वे हर हाल में सरकार से नियोजन को लेकर लिखित आश्वासन मांग रहे थे. प्रदर्शन कर रहे सभी अभ्यर्थी बीटीइटी और सीटीइटी की परीक्षा पास कर चुके हैं. इनके अनुसार सरकार पंचायत चुनाव का हवाला देकर पूरी प्रक्रिया को टाल रही है. अभ्यर्थियों ने सरकार की नीति के खिलाफ भिक्षाटन भी किया. धरनास्थल पर बैठे कई अभ्यर्थियों के हाथ में पोस्टर दिखा कि- जल्द बहाली नहीं होने पर आत्मदाह करेंगे. बीच-बीच में उन्होंने सरकार और शिक्षामंत्री के खिलाफ नारेबाजी भी की.
सभी का कहना है कि लगभग दो लाख अभ्यर्थियों के साथ शिक्षा विभाग में बैठक अफसरों से लेकर मंत्रियों तक के द्वारा खिलवाड़ किया जा रहा है. शिक्षक अभ्यर्थियों की मांग है कि जिला स्तर पर ओपेन कैंप के माध्यम से काउंसिलिंग और नियुक्ति पत्र वितरण करने संबंधी शिड्यूल जल्द से जल्द जारी किया जाए. काउंसिलिंग और नियुक्ति पत्र वितरण के उपरांत प्रमाण-पत्र की जांच की जाए और उसके बाद स्कूल में योगदान कराया जाए.