बिहार में कोरोना का कहर, उपमुख्यमंत्री मोदी के चार स्टाफ पॉजिटिव, कुल केस 14000 के करीब, दो दिनों में दस लोगों की मौत
By एस पी सिन्हा | Published: July 9, 2020 03:40 PM2020-07-09T15:40:15+5:302020-07-09T15:40:15+5:30
बिहार में कोरोना के कहर से पटना के दो अस्पतालों में दस लोगों की मौत हो गई है. बिहार में बिगड़ती स्थिती के हालात ये हैं कि हर दिन सैकड़ों की संख्या में मरीजों का इजाफा हो रहा है.
पटनाः बिहार में जानलेवा कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. इस वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. राजधानी पटना में हालत सबसे ज्यादा खराब हैं.
कोरोना संक्रमण अब सचिवालय के गलियारे को भी अपनी चपेट में ले लिया है. बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के चार स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. वहीं, बिहार में कोरोना के कहर से पटना के दो अस्पतालों में दस लोगों की मौत हो गई है. बिहार में बिगड़ती स्थिती के हालात ये हैं कि हर दिन सैकड़ों की संख्या में मरीजों का इजाफा हो रहा है.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से ताजा अपडेट के अनुसार आजा अभी तक बिहार में 704 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 13978 हो गई है. राज्य सरकार के कोरोना अस्पताल एनएमसीएच और एम्स में इलाज के दौरान पटना के रहने वाले पांच लोगों और बिहार के दूसरे जिलों के पांच यानि कुल दस लोगों की मौत हो गई.
पटना एम्स में बिहार पुलिस के हवलदार की मौत हो गई
पटना एम्स में बिहार पुलिस के हवलदार की मौत हो गई. कोरोना संक्रमण का शिकार हुए हवलदार की तैनाती बिहार के मुख्यमंत्री आवास पर थी. पटना एम्स में कोरोना के नोडल पदाधिकारी डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि उनके अस्पताल में बीएमपी के एक हवलदार की मौत हो गई.
एम्स के नोडल पदाधिकारी के मुताबिक कोरोना संक्रमित हवलदार को बामेति गेस्ट हाउस में क्वारंटीन करके रखा गया था. बुधवार को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें एम्स भेजा गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई. कोरोना के शिकार बने बीएमपी के हवलदार देहरादून के निवासी थे. उनकी तैनाती सीएम हाउस में तैनाती थी.
पटना एम्स के मुताबिक बीएमपी के हवलदार के अलावा पश्चिम चंपारण के सनौला छुट्टा की 53 वर्षीय महिला और रोहतास के देवग्राम के दरोगहम निवासी 15 वर्षीय किशोर की मौत हो गई. दोनों को कोरोना के अलावा दूसरी कोई गंभीर बीमारी नहीं थी. इस बीच, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के प्राइवेट सेक्रेटरी के साथ-साथ उनके कार्यालय के 3 अन्य स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी समेत उनके कार्यालय के 23 लोगों का सैंपल लिया गया था
पिछले दिनों संक्रमण की आशंका को देखते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी समेत उनके कार्यालय के 23 लोगों का सैंपल लिया गया था, जिनमें से चार की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. जिससे हड़कंप मच गया है. कई अधिकारियों को क्वारंटाइन करने की बात सामने आ रही है.
उपमुख्यमंत्री के स्टाफ पॉजिटिव निकलने के बाद मुख्य सचिवालय स्थित उनके ऑफिस को तत्काल बंद कर दिया गया है. अब यहां सेनेटाइजेशन का काम कराया जायेगा. मुख्य सचिवालय में संक्रमण का खतरा बढता देख, वहां अन्य कार्यालयों में भी सेनेटाइजेशन कराया जायेगा.
उपमुख्यमंत्री के सरकारी आवास में भी सेनेटाइजेशन का काम कराया जायेगा क्योंकि वित्त विभाग के कार्यालय में काम करने वाले स्टाफ के साथ-साथ उपमुख्यमंत्री के सरकारी प्राइवेट सेक्रेटरी का आना-जाना सरकारी आवास पर भी था.
वैसे पिछले दिनों उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. जिसके बाद सबने राहत की सांस ली थी. लेकिन अब 4 स्टाफ पॉजिटिव मिलने के बाद एक बार फिर से बेचैनी बढ़ी हुई है. इस बीच, बिहार में कोरोना के 704 नए मामलों में सबसे ज्यादा के पटना जिले से सामने आए हैं, उसमें से पटना में 132 नए कोरोना वायरस मरीज मिले हैं.