बिहार में अब गुरुजी ढूंढेंगे शराब और शराबी, नीतीश सरकार ने जारी किया आदेश
By एस पी सिन्हा | Published: January 28, 2022 07:31 PM2022-01-28T19:31:14+5:302022-01-28T19:38:07+5:30
बिहार में शिक्षा विभाग ने नशा मुक्ति अभियान को गति देने के लिए शिक्षकों को चोरी-छुपे शराब पीने वालों या इसकी आपूर्ति करने वालों के बारे में जानकारी देने को कहा गया है।
पटना: बिहार में नीतीश कुमार की सरकार ने अब सरकारी स्कूल के शिक्षकों के साथ-साथ शिक्षा सेवक और तालीमी मरकज के सेवकों को शराब ढूंढने के काम में लगाने का आदेश जारी किया है. इस तरह सरकारी शिक्षक अब शराब पीने वाले या पिलाने वालों की पहचान करेंगे और इसकी सूचना देंगे. सरकार ने यह नई जिम्मेदारी सौंपी है.
इससे पहले सूबे की पुलिस शराब ढूंढने के काम में पहले से ही लगी है. उसके अलावा मद्य निषेध विभाग का लंबा चौड़ा दस्ता भी शराब रोकने के लिए लगा है. यही नही शराब रोकने के लिए नयी-नयी बहाली हो रही है. बावजूद इसके सरकार की सारी कवायद फेल है.
नशा मुक्ति पर शिक्षा विभाग ने जारी किया लेटर
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने इस संबंध में सभी क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक, जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को पत्र लिखकर नशामुक्ति अभियान को सफल बनाने को कहा है.
पत्र में आदेश दिया गया है कि ऐसी सूचना लगातार मिल रही है कि अभी भी कुछ लोग चोरी-छुपे शराब का सेवन कर रहे हैं. इसका दुष्परिणाम शराब पीने वाले और उनके परिवार पर पड़ रहा है. ऐसे में इसे रोकना अति आवश्यक है. इस संबंध में निर्देश दिया जाता है कि प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में शिक्षा समिति की बैठक बुलाकर नशा मुक्ति के संदर्भ में आवश्यक जानकारी दें.
पत्र में साथ ही प्राथमिक, मध्य विद्यालय उच्च माध्यमिक विद्यालय के सभी प्रधानाध्यापक, शिक्षक, शिक्षा सेवक, तालिमी मरकज के साथ ही शिक्षा समिति के सदस्यों को निर्देश देते हुए कि चोरी छुपे शराब पीने वाले या आपूर्ति करने वालों की पहचान करने की बात कही गई है.
'शराब के संबंध में फोन कर सूचना दें शिक्षक'
शिक्षकों को शराब संबंधी सूचना मद्य निषेध विभाग के मोबाइल नंबर एवं टोल फ्री नंबर पर देने को कहा गया है. अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि शराब की सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी.
शिक्षा विभाग के अधिकारियों से सरकार ने कहा है कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि विद्यालय अवधि के बाद चोरी-छुपे नशा पान करने वाले लोग विद्यालय परिसर का उपयोग न करें. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने मद्य निषेध विभाग के मोबाइल नंबर 94734 00378 और 94734 00606 के साथ ही टोल फ्री नंबर 18003 456 268/15545 पर सूचना दें.
सरकार का आदेश कह रहा है कि सिर्फ शिक्षक पर ही नहीं बल्कि नियत मानदेय पर काम कर रहे शिक्षा सेवकों और विद्यालय शिक्षा समिति के सदस्यों को भी शराब पीने और बेचने वालों की पहचान करनी होगी. उसकी खबर राज्य सरकार को देनी होगी.
बिहार में जहरीली शराब से मौतों के लगातार आ रहे हैं मामले
गौरतलब है कि सारी ताकत झोंकने के बाद भी नीतीश कुमार बिहार में शराबबंदी लागू करा पाने में पूरी तरह फेल हुए हैं. इस बीच जहरीली शराब से मौतों के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं। हाल में बक्सर जिले में जहरीली शराब से छह लोगों की मौत हो गई थी. वहीं एक सप्ताह पहले सारण में जहरीली शराब में 17 लोगों की मौत हुई थी.
इससे पहले नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में जहरीली शराब से 14 लोगों की मौत हो गई थी. पिछले साल दीपावली और छठ के मौके पर भी बिहार के गोपालगंज से लेकर पश्चिम चंपारण समेत राज्य के कई जिलों में 40 से ज्यादा लोगों की मौत जहरीली शराब से हुई थी.